एक हत्या से हिल गया पूरा दिल्ली-NCR, दिल्ली और पंजाब तक फेंके गए थे शव के 20 टुकड़े
अब पता चला है कि सरस्वती विहार निवासी जसकरण की हत्या करके आरोपितों ने दिल्ली इलाके में भी शव के टुकड़े फेंके थे। गुरुग्राम पुलिस ने अब जांच तेज कर दी है।
नई दिल्ली/गुरुग्राम, जेएनएन। गुरुग्राम में हुए जसकरण हत्याकांड में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस की जांच में अब पता चला है कि जसरकण की हत्या के आरोपित हरनेक सिंह ने पहले तो जसकरण के शव के 20 टुकड़े किए, इसके बाद लुधियाना के अलावा दिल्ली में भी उसके टुकड़े फेंके। अब पता चला है कि सरस्वती विहार निवासी जसकरण की हत्या करके आरोपितों ने दिल्ली इलाके में भी शव के टुकड़े फेंके थे। इसका प्रमाण पिछले दिनों सामने आया जब दिल्ली के सिंघु बॉर्डर इलाके में एक पैर बरामद किया गया। तीसरे आरोपित की तलाश में बुधवार को जांच टीम मुख्य आरोपित डीएलएफ फेज-दो निवासी हरनेक सिंह ढिल्लो को लेकर दिल्ली इलाके में गई थी।
तीसरे आरोपित का पता नहीं चला, लेकिन यह साफ हो गया कि आरोपितों ने शव के टुकड़े कई स्थानों पर फेंके ताकि सच्चाई सामने न आ सके। इससे पहले शव के दो टुकड़े पंजाब के लुधियाना के दोराहा नहर के नजदीक मिले थे।
बता दें कि मुख्य आरोपित ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि जसकरण की हत्या कर 20 से अधिक टुकड़े किए गए थे और गुरुग्राम से लुधियाना जाते समय शव के टुकड़े फेंके गए।
बता दें कि सरस्वती विहार निवासी जसकरण की हत्या में शामिल तीसरे आरोपित की तलाश दिल्ली से लेकर पंजाब तक की जा रही है। दिल्ली इलाके में सेक्टर 29 थाना पुलिस की एक टीम ने मुख्य आरोपित को साथ ले जाकर बुधवार को तलाश की, लेकिन कुई सुराग नहीं मिला। मामले की पूरी सच्चाई सामने लाने के लिए पांच टीमें लगातार जांच में लगी हुई हैं।
डीएलएफ फेज दो निवासी बुजुर्ग हरनेक सिंह ढिल्लो ने अपनी पत्नी गुरमेल कौर ढिल्लो एवं उत्तराखंड या नेपाल मूल के एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर अपनी कोठी में ही 14 अक्टूबर को जसकरण की हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद शव के 20 से अधिक टुकड़े किए थे और टुकड़ों को दो थैली में भरकर पंजाब के इलाके में फेंक दिया। इनमें से दो टुकड़े पंजाब के लुधियाना के दौराहा नहर के नजदीक से बरामद किए जा चुके हैं।
इससे हत्या कर शव के टुकड़े किए गए, यह साबित हो चुका है। जसकरण ने बुजुर्ग को 40 लाख रुपये दिए थे, यह भी साबित हो चुका है। इन 40 लाख में से कुछ पैसे पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। अब मामले में तीसरे आरोपित की गिरफ्तारी के साथ ही हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी शेष रह गई है। इसी दिशा में एक टीम मुख्य आरोपित को लेकर दिल्ली के कई इलाकों में गई लेकिन कुछ भी पता नहीं चला।
बता दें कि बुजुर्ग 75 वर्षीय हरनेक सिंह ढिल्लो को पहले अपनी पत्नी गुरमेल कौर ढिल्लो की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान जसकरण हत्याकांड की सच्चाई सामने आई। थाना प्रभारी अजयबीर भड़ाना का कहना है कि मामले को लेकर सभी टीमें दिन रात लगी हुई हैं। शव के बाकी टुकड़ों से लेकर हत्या में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी जल्द होगी।