परंपरागत राजनीति खत्म करने को किसी से समझौता संभव: जयहिंद
जयहिंद ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को करनाल जिले में रोका गया तो पार्टी ने अभी 10 जगह स्कूल-अस्पताल रैली करने की योजना बनाई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। हरियाणा में आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सक्रियता के बाद अब नए राजनीतिक समीकरणों पर चर्चा होने लगी है। आप के प्रदेश संयोजक नवीन जयहिंद का कहना है कि राज्य में कांग्रेस, भाजपा और इनेलो की परंपरागत राजनीति को उखाड़ फेंकने के लिए उनकी पार्टी को किसी भी व्यक्ति, संस्था अथवा नई पार्टी से समझौता करने में कोई गुरेज नहीं है। वह नई पार्टी बनाने जा रहे सांसद दुष्यंत चौटाला के विचारों को भाजपा, कांग्रेस और इनेलो की परंपरागत राजनीति से अलग मानते हैं।
नई दिल्ली के हरियाणा भवन में पत्रकारों से बातचीत में नवीन जयहिंद ने दुष्यंत चौटाला का नाम दुनिया के 100 भविष्य के नेताओं में शामिल होने पर बधाई दी। इससे पहले दुष्यंत व उनके पिता अजय चौटाला दिल्ली में आम आदमी पार्टी द्वारा बिजली-पानी, शिक्षा-चिकित्सा के क्षेत्र में किए गए बड़े बदलाव की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर चुके हैं।
रोकने से नहीं रुकेंगे केजरीवाल
जयहिंद ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को करनाल जिले में रोका गया तो पार्टी ने अभी 10 जगह स्कूल-अस्पताल रैली करने की योजना बनाई है। यदि फिर रोका गया तो पार्टी 10 और जगह ऐसी रैलियां करेगी। पहली रैली गुरुग्राम में हो चुकी है। दूसरी रैली तिगांव में 2 दिसंबर को होगी। 3 दिसंबर को नारनौल में तीसरी रैली है। उन्होंने कहा कि आप हरियाणा में राजनीतिक मायने बदलने आई है। अभी तक यहां क्षेत्रवाद, जातिवाद और धर्म के नाम पर राजनीति हुई है मगर आम आदमी पार्टी बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा से लेकर जवान-किसान के मुद्दों की राजनीति करेगी।
जेपी भी मजबूत मानते हैं आप और दुष्यंत का गठजोड़
राज्य के निर्दलीय विधायक जयप्रकाश भी आम आदमी पार्टी और दुष्यंत चौटाला के गठजोड़ की संभावनाओं को मजबूत मानते हैं। वह कहते हैं कि यदि ऐसा होता है तो यह राज्य में चौथा मजबूत राजनीतिक गठजोड़ होगा। उन्होंने हरियाणा भवन में कहा कि राज्य में फिलहाल एकजुट कांग्रेस, भाजपा और इनेलो-बसपा गठबंधन तीनों ही मजबूत राजनीतिक किले हैं। मगर यदि आम आदमी पार्टी और दुष्यंत चौटाला की नई पार्टी तालमेल करती हैं तो शहरी व देहात क्षेत्र के मतदाताओं के बूते पर इस गठजोड़ को नजरअंदाज नहीं किया जा सकेगा। जेपी ने कहा, कांग्रेस तभी मजबूत है, जब उसके नेता एकजुट होकर चुनावी मैदान में कूदें।