छात्रों को फिट रखने के लिए कॉलेज की अनोखी पहल, चलना होगा 400 मीटर पैदल
शिक्षकों व कर्मचारियों को फिट रहने के लिए कॉलेजों में होने वाले खेलों की गतिविधियों में छात्रों के साथ भाग लेना चाहिए। इससे वे मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत होंगे।
By Edited By: Updated: Tue, 25 Dec 2018 04:41 PM (IST)
नोएडा [चंद्रशेखर वर्मा]। छात्रों को बेहतर उच्च शिक्षा मुहैया कराने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। वहीं, महाविद्यालयों में शिक्षक और कर्मचारी भी छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा दे सकें, इसके लिए प्रयासरत रहते हैं। अच्छी शिक्षा देने के लिए शिक्षकों को मानसिक के साथ शारीरिक तौर पर भी मजबूत होना जरूरी है। इसको देखते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) से संबद्ध कॉलेजों में नई पहल की शुरुआत होने जा रही है।
शारीरिक खेलकूद से मानसिक स्तर पर होंगे मजबूत
इसके तहत छात्रों के साथ अब शिक्षकों और कर्मचारियों को भी शारीरिक खेलकूद की गतिविधियों में भाग लेना होगा। इससे न केवल वह मानसिक तौर पर सुदृढ़ होंगे बल्कि, शारीरिक तौर पर भी मजबूत बनेंगे। मेरठ-सहारनपुर मंडल के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता तभी संभव है, जब कॉलेजों के छात्र, शिक्षक और कर्मचारी स्वस्थ हों।हर साल आवंटित होती है राशि
शासन भी हर वर्ष एक बड़ी धनराशि शारीरिक शिक्षा के लिए आवंटित करता है। शिक्षकों व कर्मचारियों को फिट रहने के लिए कॉलेजों में होने वाले खेलों की गतिविधियों में छात्रों के साथ भाग लेना चाहिए। इससे वे मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत होंगे। इसको देखते हुए इस पहल की शुरुआत की जा रही है। इसकी शुरुआत मेरठ-सहारनपुर मंडल के तहत आने वाले सीसीएसयू से संबद्ध कॉलेजों से की जाएगी। उन्होंने बताया कि कॉलेजों में हर सप्ताह एक दिन शारीरिक क्रियाकलापों के लिए रखा जाना चाहिए। इस दिन शिक्षक व कर्मचारी बैडमिंटन, कैरम, योगा आदि में प्रतिभाग कर सकेंगे। इनके फिट होने से उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को काफी फायदा मिलेगा।
इसके तहत छात्रों के साथ अब शिक्षकों और कर्मचारियों को भी शारीरिक खेलकूद की गतिविधियों में भाग लेना होगा। इससे न केवल वह मानसिक तौर पर सुदृढ़ होंगे बल्कि, शारीरिक तौर पर भी मजबूत बनेंगे। मेरठ-सहारनपुर मंडल के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता तभी संभव है, जब कॉलेजों के छात्र, शिक्षक और कर्मचारी स्वस्थ हों।हर साल आवंटित होती है राशि
शासन भी हर वर्ष एक बड़ी धनराशि शारीरिक शिक्षा के लिए आवंटित करता है। शिक्षकों व कर्मचारियों को फिट रहने के लिए कॉलेजों में होने वाले खेलों की गतिविधियों में छात्रों के साथ भाग लेना चाहिए। इससे वे मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत होंगे। इसको देखते हुए इस पहल की शुरुआत की जा रही है। इसकी शुरुआत मेरठ-सहारनपुर मंडल के तहत आने वाले सीसीएसयू से संबद्ध कॉलेजों से की जाएगी। उन्होंने बताया कि कॉलेजों में हर सप्ताह एक दिन शारीरिक क्रियाकलापों के लिए रखा जाना चाहिए। इस दिन शिक्षक व कर्मचारी बैडमिंटन, कैरम, योगा आदि में प्रतिभाग कर सकेंगे। इनके फिट होने से उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को काफी फायदा मिलेगा।
वार्षिक खेल उत्सव में भी लेना होगा हिस्सा
डॉ गुप्ता ने बताया कि छात्रों के लिए प्रतिवर्ष खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, लेकिन शिक्षक व कर्मचारियों को इससे कोई फायदा नहीं मिल पाता। शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए भी अब वार्षिक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनमें 400 मीटर पैदल चलना, बॉल थ्रो, योगा, बैडमिंटन, म्यूजिकल चैयर आदि शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इस तरह के क्रियाकलाप होने से पूरे महाविद्यालय को स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं, शासन द्वारा व्यय किए जा रहे धन की उपयोगिता भी सिद्ध होगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।डॉ गुप्ता ने बताया कि छात्रों के लिए प्रतिवर्ष खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, लेकिन शिक्षक व कर्मचारियों को इससे कोई फायदा नहीं मिल पाता। शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए भी अब वार्षिक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनमें 400 मीटर पैदल चलना, बॉल थ्रो, योगा, बैडमिंटन, म्यूजिकल चैयर आदि शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इस तरह के क्रियाकलाप होने से पूरे महाविद्यालय को स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं, शासन द्वारा व्यय किए जा रहे धन की उपयोगिता भी सिद्ध होगी।