फर्जी एजुकेशन बोर्ड का पर्दाफाश, रुपये लेकर देते थे 10वीं और 12वीं पास का सर्टिफिकेट, 3 गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर राजीव रंजन ने बताया कि डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन दिल्ली द्वारा फर्जी एजुकेशन बोर्ड चलाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
By Edited By: Updated: Wed, 26 Dec 2018 07:56 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फर्जी एजुकेशन बोर्ड चलाने के मामले में दो स्कूल संचालक सहित तीन ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित दस हजार रुपये लेकर मैट्रिक फेल को 10वीं और 12वीं पास का सर्टिफिकेट दे देते थे। उनकी पहचान अल्ताफ राजा, शंभु नाथ मिश्रा और मनोज कुमार के रूप में हुई है। उसके पास से भारी संख्या में फर्जी मार्क्स शीट और सर्टिफिकेट सहित फर्जी प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका बरामद की गई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बदमाशों के एजेट उत्तर प्रदेश (यूपी), बिहार, गुजरात और चंडीगढ़ सहित अन्य राज्यों में फैले हुए थे। वे अब तक 10 हजार से ज्यादा छात्रों को चूना लगा चुके हैं। क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर राजीव रंजन ने बताया कि डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन दिल्ली द्वारा फर्जी एजुकेशन बोर्ड चलाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुटी थी। इसी बीच 18 सितंबर को पुलिस को सूचना मिली कि अल्ताफ राजा नाम का युवक अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एजूकेशन के नाम से फर्जी बोर्ड का संचालन कर रहा है। उसने अपना कार्यालय विकासपुरी के बुढेला मार्केट में बना रखा था।
वह दावा करता था कि उसके संस्थान को मान्यता प्राप्त है। वहीं मैट्रिक फेल छात्रों और लोगों को पांच से दस हजार रुपये लेकर वह उन्हें 10वीं और 12वीं पास का फर्जी सर्टिफिकेट दे देता था। गिरोह का पता चलने पर डीसीपी राजेश देव की टीम ने पहले गिरोह के मास्टरमाइंड अल्ताफ राजा और बाद में स्कूल संचालक शंभु नाथ मिश्रा और मनोज कुमार को गिरफ्तार कर लिया। अल्ताफ राजा पहले डॉ. शिव प्रसाद पांडेय के दिल्ली स्थित कार्यालय में काम करता था। इसकी एक शाखा लखनऊ में भी थी। शिव प्रसाद ने दिल्ली बोर्ड के नाम सहित अलग-अलग नामों से 23 से ज्यादा वेबसाइट बना रखे थे। गीता कॉलोनी थाना पुलिस ने फर्जी एजुकेशनल दस्तावेज बनाने के मामले में गत वर्ष शिव प्रसाद और अल्ताफ को गिरफ्तार भी किया था।
शिव प्रसाद अभी जेल में ही जबकि अल्ताफ बाहर आकर अपने सहयोगियों के साथ दोबारा से गिरोह का संचालन करने लगा था। अल्ताफ राजा खुद 10वीं फेल है। अन्य आरोपित शंभु नाथ यूपी के देवरिया में कौशल्या देवी रामा शंकर सीनियर सेकेंडरी स्कूल चलाता है। स्नातक की पढ़ाई कर चुका मनोज ने भी देवरिया में महात्मा बुद्ध अंबेडकर सीनियर सेकेंडरी स्कूल खोल रखा था। वे छात्रों को अपने स्कूल में दाखिला देकर बगैर परीक्षा दिए उन्हें दो से तीन महीने में प्रमाण पत्र दे देते थे। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।