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एनआइए की छापेमारीः अब भी सन्न है दिल्ली के जाफराबाद की गली, पढ़िए- पूरी खबर

दरवाजा खोलते ही धड़ाधड़ पुलिसकर्मी अंदर दाखिल हो गए, पड़ोसियों को भी भनक न लगी। सुबह करीब पांच बजे कुछ लोग जब जागे तो बाहर गली के दोनों तरफ पुलिसकर्मियों ने रास्ता बंद कर रखा था।

By Edited By: Updated: Thu, 27 Dec 2018 04:00 PM (IST)
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एनआइए की छापेमारीः अब भी सन्न है दिल्ली के जाफराबाद की गली, पढ़िए- पूरी खबर
नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। जाफराबाद गली नंबर-24 के मकान नंबर-549 की दूसरी मंजिल पर सब लोग सो रहे थे। तड़के करीब चार बजे दरवाजे पर दस्तक हुई। बाहर 25 पुलिसकर्मियों का दल खड़ा था। इसमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के साथ दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस के सदस्य भी शामिल थे।

पुलिस ने कहा कि हमें घर की तलाशी लेनी है, आप लोग सहयोग करिये। यह घर था नोएडा के इंजीनियर कॉलेज में तीसरे वर्ष की पढ़ाई कर रहे मोहम्मद अनस यूनुस (24) का। दरवाजा खोलते ही धड़ाधड़ पुलिसकर्मी अंदर दाखिल हो गए। सब कुछ इतनी शांति से हुआ, जिसकी पड़ोसियों को भनक तक नहीं लगी। सुबह करीब पांच बजे कुछ लोग जब जागे तो बाहर गली के दोनों तरफ पुलिसकर्मियों ने रास्ता बंद कर रखा था।

यहां स्थानीय पुलिस तैनात थी। शाम छह बजे तक छापेमारी चलती रही। इसके बाद टीम यहां से एक जीप में बरामद सामान और दूसरी जीप में संदिग्ध आतंकी अनस को लेकर चली गई। बताया जा रहा है कि अनस के घर से पुलिस को करीब 120 अलार्म वाली घड़ियां, लोहे के पाइप और पटाखे बरामद हुए हैं।

एनआइए के दस्ते में शामिल एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कार्रवाई की रूपरेखा देर रात ही तय कर ली गई थी। आधी रात को 2:30 बजे सीलमपुर स्थित पुलिस उपायुक्त कार्यालय में सभी एजेंसियों को इकट्ठा किया गया। स्थानीय पुलिस को आसपास कानून व्यवस्था संभालने को कहा गया। इसके बाद 25-25 सदस्यों के दल बनाए गए।

जाफराबाद में गली नंबर-24 के अलावा छह अन्य ठिकानों पर छापेमारी की गई। सभी जगहों पर तड़के दस्ता एक साथ पहुंचा। अनस के घर से थोड़ी दूरी पर स्थित मदीना मस्जिद के पास एक मकान में भी कार्रवाई चल रही थी। यह मकान मुख्य साजिशकर्ता बताए जा रहे मोहम्मद सुहैल के भाइयों का था। सूत्रों ने बताया कि पुलिस यहां से परिवार के सभी सदस्यों का मोबाइल और कुछ सामान जब्त कर ले गई।

यहां भाई जुबेर ने बताया कि करीब एक साल पहले सुहैल की शादी हुई थी। यहां पैतृक मकान में जगह कम पड़ने के कारण वह परिवार को लेकर अमरोहा चला गया था। वहां वह एक मदरसे में पढ़ा रहा था। परिवार यह मानने को तैयार नहीं कि सुहैल आतंकी गतिविधियों में लिप्त हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि सुहैल को पुलिस ने अमरोहा से ही हिरासत में लिया था।

जाफराबाद में ही कपड़ों का कारोबार करने वाले राशिद जाफर के गली नंबर 15 के साथ जुबेर मलिक और उसके भाई जैद मलिक के घरों पर भी छापेमारी हुई। जुबेर मलिक दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। इसके अलावा मेडिकल की दुकान चलाने वाले मोहम्मद आजम के चौहान बांगर स्थित घर पर एनआइए ने दबिश दी। यहां से भी एजेंसी ने कुछ सामान जब्त किए हैं। इस दौरान एनआइए के दल में शामिल सदस्यों ने कोई भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया।

परिवार और पड़ोसी सकते में इस कार्रवाई से परिवार के साथ पड़ोसी भी सकते में हैं। अनस के पिता मोहम्मद युनूस ने बताया कि उनका बेटा घर और कॉलेज के अलावा कहीं नहीं आता-जाता था। उसे इस मामले में फंसाया गया है। पड़ोसी फहीम ने बताया कि अनस सीधा-साधा लड़का है।

उन्हें लगता है कि एनआइए पूछताछ के बाद उसे छोड़ देगी। हालांकि सूत्रों का कहना है कि अनस के घर से काफी संदिग्ध सामान बरामद हुए हैं। यह भी पता चला है कि उसने अपने घर में रखे गहनों की चोरी की थी। इससे उसे करीब पांच लाख रुपये मिले।

धार्मिक बातें पूछने के लिए किया था सुहैल को फोन उधर, पकड़े गए एक आरोपित मोहम्मद आजम के भाई वसीम ने एनआइए की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि आजम धार्मिक और शांत स्वभाव का है। चौहान बांगर, मीट मंडी में उसका भाई अपना मेडिकल स्टोर चलाता है।

आजम पत्नी व माता-पिता के साथ एक माह पूर्व सऊदी अरब उमराह करने गया था। उमराह में होने वाली इबादत के बारे में पूछने के लिए ही उसके भाई ने कई बार मुफ्ती सुहैल को फोन किया था। इसी फोन रिकार्ड की वजह से उनके भाई को फंसाया गया है।

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