नए साल में मिलेगी आइटीआइ की सौगात, हजारों छात्रों को होगा फायदा
नए छात्रों को पुराने छात्रों की तरह आइटीआइ में नामांकन के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। इससे पैसे के साथ साथ कीमती वक्त भी बचेगा। जो वक्त आने जाने में खर्च होता था।
By Edited By: Updated: Fri, 28 Dec 2018 02:05 PM (IST)
दिल्ली, [गौतम कुमार मिश्रा]। रणहौला में डेढ़ दशक पूर्व जिस औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) परियोजना की नींव रखी गई थी, वह डेढ़ दशक बाद साकार होने को है। उम्मीद है कि अगले वर्ष में यह आइटीआइ बनकर तैयार हो जाएगा। साथ ही पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी। अभी आइटीआइ नहीं होने के कारण रणहौला, विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र, मुंडका विधानसभा क्षेत्र और नांगलोई विधानसभा क्षेत्र के छात्रों को तकनीकी शिक्षा के लिए 22 किमी दूर पूसा, 25 किमी दूर जाफरपुरकलां या फिर 17 किमी दूर रोहिणी जाना पड़ता है। यहां आइटीआइ शुरू होने पर लोगों को दूर जाने की मजबूरी से निजात मिल जाएगी।
2003 में किया गया था शिलान्यास
रणहौला में आइटीआइ की योजना को मूर्त रूप देने के लिए गांव में खाली पड़ी ग्राम सभा की जमीन को चिह्नित कर, तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आधारशिला रखी थी। इसके बाद प्रस्तावित स्थल की चारदीवारी करने के बाद छोड़ दिया गया था। आलम यह था कि इस जगह पर भू-माफियाओं की नजर पड़ने लगी। जगह-जगह चारदीवारी को तोड़कर इन्होंने अतिक्रमण करना शुरू कर दिया, लेकिन बाद में जब गांव वालों ने इस बाबत अपनी शिकायत सरकारी विभाग में दर्ज कराई तो उनकी नींद खुली।
रणहौला में आइटीआइ की योजना को मूर्त रूप देने के लिए गांव में खाली पड़ी ग्राम सभा की जमीन को चिह्नित कर, तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आधारशिला रखी थी। इसके बाद प्रस्तावित स्थल की चारदीवारी करने के बाद छोड़ दिया गया था। आलम यह था कि इस जगह पर भू-माफियाओं की नजर पड़ने लगी। जगह-जगह चारदीवारी को तोड़कर इन्होंने अतिक्रमण करना शुरू कर दिया, लेकिन बाद में जब गांव वालों ने इस बाबत अपनी शिकायत सरकारी विभाग में दर्ज कराई तो उनकी नींद खुली।
चारदीवारी की न सिर्फ मरम्मत कराई गई, बल्कि यहां गार्ड भी नियुक्त किया गया। बाद में क्षेत्रीय विधायक महेंद्र यादव ने इस मुद्दे को प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष कई बार उठाया। यह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद अधिकारियों ने आइटीआइ निर्माण की दिशा में कार्य शुरू किया और अब इमारत का निर्माण तेज गति से चल रहा है।
रणहौला में आइटीआइ की लंबे समय से मांग हो रही है। देर से ही सही इसका निर्माण कार्य शुरू होना एक बड़ा कदम है। अब उम्मीद की जा सकती है कि अगले वर्ष यहां पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
विनोद, विकास नगर
तकनीकी शिक्षा समय की मांग है। अफसोस की बात है कि लंबे समय से यह क्षेत्र तकनीकी शिक्षण संस्थानों की सुविधा से वंचित रहा है। अब यह कमी पूरी हो जाएगी। इसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा होना चाहिए। विभूति नारायण, कुंवर सिंह नगरनए छात्रों को पुराने छात्रों की तरह आइटीआइ में नामांकन के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। इससे पैसे के साथ साथ कीमती वक्त भी बचेगा। जो वक्त आने जाने में खर्च होता था, उसका सदुपयोग नए छात्र पढ़ाई में कर सकेंगे। मुकेश, कोटला विहार
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