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दिल्ली से सस्ता होगा नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो का सफर, यहां देखिए किराए की सूची

अच्छी बात यह है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा (एक्वा लाइन) मेट्रो का किराया दिल्ली मेट्रो से कम होगा। यह नोएडा के साथ ग्रेटर नोएडा के लाखों लोगों के लिए भी खुशखबरी है।

By JP YadavEdited By: Updated: Sat, 29 Dec 2018 06:10 AM (IST)
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दिल्ली से सस्ता होगा नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो का सफर, यहां देखिए किराए की सूची
नोएडा, जेेएनएन। नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच चलने वाली एक्वा लाइन मेट्रो का किराया तय कर दिया गया है। घोषित किराए के तहत इस रूट पर सफर के दौरान किराए के तौर पर कम से कम 9 रुपये कार्ड से और 10 रुपये टोकन से अदा करने होंगे। टोकन से अधिकतम किराया 50 रुपये होगा, जबकि कार्ड से मैक्सिमम फेयर 45 रुपये होगा।

अच्छी बात यह है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा (एक्वा लाइन) मेट्रो का किराया दिल्ली मेट्रो से कम होगा। यह नोएडा के साथ ग्रेटर नोएडा के लाखों लोगों के लिए भी खुशखबरी है। शुक्रवार को नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) की एक बैठक में नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट का किराया तय कर किया गया। 

दिल्ली मेट्रो से सस्ता होगा किराया

तुलनात्मक रूप में देखें तो दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) से नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) का किराया कम है। जहां DMRC का न्यूनतम किराया 10 रुपये और अधिकतम किराया 50 रुपये है, वहीं  NMRC ने न्यूनतम किराये में 1 रुपये और अधिकतम किराये में 5 रुपये की कमी की है।

NMRC ने दिल्ली मेट्रो की ही तरह टोकन लेकर सफर करने वालों के लिए न्यूनतम किराया 10 रुपये और अधिकतम किराया 50 रुपये निर्धारित किया है। वहीं, कार्ड का इस्तेमाल करने वालों को इसमें 10 फीसदी की छूट मिलेगी।

यात्रियों को यहां सफर करने के लिए टोकन नहीं, बल्कि क्यूआर कोड वाली पर्ची दी जाएगी। एनएमआरसी बोर्ड की ओर से पास की गई किराया दर को छह जोन में बांटा गया है। ग्रेटर नोएडा डिपो से एक स्टेशन तक जाने के लिए दस रुपये किराया रखा गया है। 50 रुपए में 17 मेट्रो स्टेशनों की दूरी तय की जा सकेगी।

नोएडा ग्रेटर नोएडा के बीच एक्वा लाइन मेट्रो का संचालन जल्द शुरू हो सकता है। इससे दोनों शहरों के बीच दूरी कम होगी। नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) ने औपचारिक उद्घाटन के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखकर तिथि मांगी है।

डीएमआरसी करेगी संचालन

डीएमआरसी को एक साल तक एक्वा लाइन का संचालन व संरक्षण का कार्य करना है। शुक्रवार को डीएमआरसी ने इसके लिए बोर्ड के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया। जिसमें दिखाया गया कि पूरे कॉरिडोर के सभी मेट्रो स्टेशन अब वाणिज्यिक परिचालन के लिए तैयार हैं।

मेट्रो फीडर के रूप में चलेंगी सिटी बसें

ग्रेटर नोएडा वेस्ट से सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन व सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के लिए तीन नए रूट शुरू कर दिए गए हैं। जिससे ग्रेनो वेस्ट के मुसाफिर मेट्रो स्टेशन तक आसानी से पहुंच सके। सेक्टर-50, 51, 76 की परिधि में आने वाली आवासीय कॉलोनी के मुसाफिरों के लिए भी मेट्रो फीडर शुरू कर दी गई है। एनएमआरसी द्वारा मेट्रो स्टेशनों की चार किलोमीटर की परीधि में ई-रिक्शा का संचालन किया जा रहा है।

20 प्रतिशत वेतन में होगी बढ़ोतरी

एनएमआरसी के लगभग 750 नियमित कर्मचारियों को सातवां वेतन आयोग के वेतनमान का लाभ देने के लिए थर्ड पे रीविजन कमेटी की रिपोर्ट दी गई। जिसमें बोर्ड की ओर से मंजूरी दी गई। इससे कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जाएगी।

सुविधाओं पर होने वाले व्यय पर 50-50 प्रतिशत की साझेदारी

मेट्रो कॉरिडोर की सुरक्षा के लिए 49वीं वाहिनी बल को सुरक्षा व्यवस्था के लिए अधिकृत किया गया है। इसमें कुछ निजी सुरक्षाकर्मी भी शामिल होंगे। आधारभूत सुविधाओं पर होने वाला व्यय का 50 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा शेष 50 प्रतिशत नोएडा- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से किया जाएगा। सुरक्षा बलों के वेतन पर व्यय राज्य सरकार की ओर से वहन किया जाएगा।

इन सेक्टर व इलाके के लोगों को होगा फायदा
नोएडा-ग्रेटर नोएडा रूट शुरू होने के बाद पहली बार ग्रेटर नोएडा के प्रमुख सेक्टर और क्षेत्र मेट्रो से जुड़ जाएंगे। सेक्टर 34, सेक्टर 50, 51,78, 81, 83, दादरी रोड, 142, 144, 147,153, 149, केपी 1 व 2, परी चौक, अल्फा वन, डेल्टा वन आदि क्षेत्र मेट्रो से सीधे जुड़ेंगे। इससे नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस में ट्रैफिम में कमी आएगी।

 

यह है पार्किंग की स्थिति
स्टेशन एरिया वर्ग मीटर सख्या (कार/ दुपहिया) सेक्टर-51 6170 200/0 सेक्टर-76 एल वन 3997.77 120/32 सेक्टर-76 एल टू 6088.28 164/31 सेक्टर-101 1417 46/23 सेक्टर-101 1312 30/12 एनएसईजेड 3650 85/40 सेक्टर-83 5630 180/47 सेक्टर-137 5755 204/60 सेक्टर-142 5000 125/70 सेक्टर-143 3190 75/49 सेक्टर-144 4000 78/89 सेक्टर-145 4004 113/45 सेक्टर-146 2000 63/44 सेक्टर-147 4005.50 134/44 सेक्टर-148 2499 90/50 परीचौक 4401.50 143/113 डेल्टा वन 6004.51 194/53 अल्फा वन ग्रेनो प्राधिकरण

गौरतलब है कि नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) को एक्वा लाइन शुरू करने के लिए अंतिम एवं आवश्यक सुरक्षा निरीक्षण रिपोर्ट की मंजूरी मिल चुकी है। इस मंजूरी के मिलने के बाद एनएमआरसी ने उत्तर प्रदेश सरकार को एक्वा लाइन के उद्घाटन की तारीख तय करने संबंधी पत्र लिखा है। बहुप्रतीक्षित एक्वा लाइन नोएडा के सेक्टर 71 से ग्रेटर नोएडा के डिपो स्टेशन के बीच 29.7 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। एक्वा लाइन पर कुल 21 स्टेशन होंगे।

पीएम मोदी करेंगे नोएडा ग्रेटर नोएडा मेट्रो का उद्घाटन
उधर, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि वे पीएमओ से बात कर रहे हैं और जल्दी ही इसकी तारीख फाइनल कर दी जाएगी। इस लाइन का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। अधिकारियों के मुताबिक कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी ने 11-13 दिसंबर को इसका निरीक्षण किया था और डीएमआरसी चीफ को रिपोर्ट सौंप दी थी।

 

ऐसे मिली एक्वा मेट्रो को व्यावसायिक संचालन की मंजूरी

गौरतलब है कि सीएमआरएस ने 11 से 13 दिसंबर तक 29.707 किलोमीटर लंबे ब्रेक व सिविल कार्य का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण सबसे महत्वपूर्ण होता है। वह पैसेंजर सेफ्टी के लिए प्रत्येक स्टेशन पर उतरकर डोर खुलने व बंद होने की टाइमिंग, मेट्रो की स्पीड, एक मेट्रो के रवाना होने पहुंचने और दूसरे के आने की टाइमिंग की भी जांच की। इसके अलावा और तमाम तकनीकी पहलुओं की जांच की गई। इसकी एक रिपोर्ट तैयार की गई।

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 11 व 12 दिसंबर को सीएमआरएस की ओर से मोटर ट्रॉली के जरिए एक्वा की स्टैंडर्ड गेज पर आधारित डबल लाइन 1 गुना 25 केवी एसी ओवर हेड लाइन का सेक्टर-51 स्टेशन से डिपो स्टेशन तक निरीक्षण हुआ। निरीक्षण के बाद 13 दिसंबर को मेट्रो स्पीड का ट्रॉयल हुआ। इस दौरान डिपो स्टेशन से सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन तक गई। इसके बाद स्पेशल मेट्रो से टीम वापस मेट्रो डीपो पहुंची। इस दौरान मेट्रो 92 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ी। हालांकि मेट्रो में कंपन की स्थिति मानको के अनुसार ही बनी रही। इस आधार पर सीएमआरएस ने एनएमआरसी को एक्वा के व्यवसायिक संचालन के लिए हरी झंडी दे दी।

सितंबर से चल रहा रूट पर ट्रॉयल रन
सितंबर में एनएमआरसी ने सीएमआरएस से एक्वा लाइन मेट्रो रूट के निरीक्षण का आग्रह किया था। उसके बाद ग्रेटर नोएडा स्थित एक्वा लाइन मेट्रो डिपो में दो दिन तक सीएमआरएस के डिप्टी ने निरीक्षण कार्य पूरा किया। इस दौरान सभी तकनीकि पहलुओं की गहनता से जांच की गई। इसमें टीम ने वहां रॉलिंग स्टॉक, डिपो मे बना ट्रैक समेत कोच की साफ सफाई, सेफ्टी बटन, डोर के खुलने व बंद होने जैसे कई बिंदुओं पर जांच की।

एक नजर में एक्वा लाइन

  • एक्वा लाइन मेट्रो के ट्रैक की कुल लंबाई 29.707 किलोमीटर है।
  • कुल 21 मेट्रो स्टेशन होंगे एक्वा लाइन मेट्रो कॉरिडोर पर
  • 15 मेट्रो स्टेशन नोएडा में और 6 मेट्रो स्टेशन ग्रेटर नोएडा में है।
  • 92 किमी प्रति घंटा होगी अधिकतम रफ्तार, 35 किमी प्रतिघंटा की औसतर रफ्तार पर होगा संचालन।
  • 1034 यात्री एक बार में एक ट्रेन में कर सकेंगे सफर।
  • चार कोच की मेट्रो का संचालन होगा शुरूआत में, जरूरत पड़ने पर छह कोच तक किए जा सकते हैं।
  • 5,503 करोड़ रुपये है इस कॉरिडोर का बजट।
  • 5 अगस्त 2015 को शुरू हुआ था इस रूट का सिविल निर्माण कार्य
  • पहले चरण में 11 मेट्रो ट्रेनों का किया जाएगा संचालन
  • 600 पीएसी जवान के साथ 200 निजी सुरक्षा गार्ड करेंगे सुरक्षा
  • 15 मई 2015 को रूट पर शुरू हुआ था निर्माण कार्य
  • करीब एक लाख सवारियों का प्रतिदिन इस रूट पर आवागमन होगा
  • स्टेशन की बिजली की जरूरतें पूरी करने के लिए डिपो समेत सभी स्टेशन पर सोलर पैनल लगाए गए हैं, केवल ट्रेन के संचालन के लिए अलग से बिजली का प्रयोग किया जाएगा।
ग्रेनो से दिल्ली व एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी होगी मजबूत

नोएडा से ग्रेटर नोएडा जाने वाली एक्वा लाइन सेक्टर-71 मेट्रो स्टेशन पर डीएमआरसी की ब्लू लाइन को जोड़ेगी। यह एक ऐसी कनेक्टिविटी होगी, जिसमें ग्रेटर नोएडा का मुसाफिर दिल्ली के किसी भी कोने पर आसानी से आ-जा सकेगा। इसके लिए सेक्टर-71 मेट्रो स्टेशन व एक्वा लाइन के स्टेशन के बीच एक कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह एक वाणिज्यिक कॉरिडोर होगा। फिलहाल कॉमर्शियल स्थान नहीं बिकने की वजह से इस प्लान को रोका गया है, लेकिन भविष्य में इसे बनाया जाएगा। कॉरिडोर के जरिए जुड़ने की वजह से मेट्रो का एक बेहतर नेटवर्क बनेगा। जिसके जरिए जिन मुसाफिरों को ग्रेटर नोएडा से दिल्ली के किसी कोने पर जाना हो तो वह एक्वा लाइन के जरिए सेक्टर-71 मेट्रो स्टेशन पहुंच सकते हैं। यहा से ब्लू लाइन के जरिए बोटेनिक गार्डन या ब्लू लाइन से ही वह द्वारका तक जा सकते हैं। इसके अलावा बोटेनिक गार्डन पर मजेंटा लाइन पकड़कर वह जनकपुरी और एयरपोर्ट तक जा सकते हैं। यानी इस लाइन ने ग्रेटर नोएडा के मुसाफिरों के लिए एयरपोर्ट तक का सफर भी कम कर दिया है।

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