लाखों महिलाओं को न्यू ईयर गिफ्ट, सभी लाइनों पर मेट्रो का पहला कोच होगा आरक्षित
दिल्ली मेट्रो ने महिलाओं को नव वर्ष का तोहफा देते हुए अब हर मेट्रो ट्रेन में पहला कोच महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया है। मेट्रो की ओर से महिलाओं को दिए गए इस तोहफे को वे खुश भी हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने नए साल में अपनी सेवा में एक बड़ा बदलाव करने व महिला यात्रियों को नए साल की सौगात देने की घोषणा की है। इसके तहत एक जनवरी से रेड लाइन (दिलशाद गार्डन-रिठाला) को छोड़कर दिल्ली मेट्रो की अन्य सभी लाइनों पर मेट्रो ट्रेन का पहला कोच यात्रियों के लिए आरक्षित रहेगा। इससे महिला यात्रियों को सफर में आसानी होगी। नियम का उल्लंघन करने पर पुरुष यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) का कहना है कि दिलशाद गार्डन-गाजियाबाद कॉरिडोर पर नए साल में जल्द परिचालन शुरू होगा। यह रेड लाइन की विस्तार परियोजना है। इस कॉरिडोर पर मेट्रो का परिचालन शुरू होने पर रेड लाइन पर भी पहला कोच महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगा।
फिलहाल रेड लाइन, ग्रीन लाइन (कीर्ति नगर-मुंडका-बहादुरगढ़), वायलेट लाइन (कश्मीरी गेट-बल्लभगढ़), पिंक लाइन (शिव विहार-त्रिलोकपुरी व मयूर विहार-मजलिस पार्क) व मजेंटा लाइन (बोटेनिकल गार्डन-जनकपुरी पश्चिम) पर अप व डाउन में क्रमश: पहला कोच व अंतिम कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होता है। इस वजह से कई बार यात्रियों को यह समझने में परेशानी होती है कि कौन कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है।
इस समस्या से निजात दिलाने के लिए डीएमआरसी ने तय किया है कि सभी लाइनों पर पहला कोच ही महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगा। हालांकि ब्लू लाइन पर यह व्यवस्था पहले से है।
व्यवस्था के तहत अब हर स्टेशन पर मौजूद वूमेन ओनली के पुराने साइनेज को साफ करके नए नियम के तहत साइनेज लगाने भी शुरू कर दिए हैं। साथ ही हर मेट्रो ट्रेन में वूमेन ओनली के इस नए कोच में सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे।
डीएमआरसी के कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि रेड लाइन दिलशाद गार्डन से रिठाला, ग्रीन लाइन इंद्रलोक-कीर्ति नगर से ब्रिगेडियर होशियार सिंह स्टेडियम, वायलेट लाइन कश्मीरी गेट से राजा नाहर सिंह, पिंक लाइन मजलिस पार्क से मयूर विहार और त्रिलोकपुरी-संजय लेक टू शिव विहार और मैजेंटा लाइन बॉटनिकल गार्डन से जनकपुरी वेस्ट तक मेट्रो ट्रेन का कोच अप व डाउन में पहला व आखिरी कोच वैकल्पिक रूप से लेडीज कोच के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। मगर अब लाइन नंबर एक दिलशाद गार्डन से रिठाला तक को छोड़कर अन्य सभी लाइनों पर हर मेट्रो ट्रेन का पहला कोच महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया गया है। यह नियम एक जनवरी 2019 से लागू होगा।
अनुज दयाल ने बताया कि नए नियम को लेकर स्टेशन व ट्रेन में घोषणाएं भी की जाएंगी, ताकि महिलाओं व अन्य यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो। मेट्रो स्टेशन पर केवल महिलाएं वाले ग्राफिक्स अन्य संकेत बोर्ड भी लगाए जाएंगे। दरअसल इससे पहले शुरूआती चरणों में महिलाओं के लिए ट्रेन में कुछ सीटें आरक्षित की गई थी।
इसके बाद एक कोच आरक्षित किया गया था, लेकिन वह अप व डाउन में पहला व अंतिम होता था। मगर अब डीएमआरसी ने हर मेट्रो ट्रेन में पहले कोच के रूप में महिलाओं के स्थायी रूप से आरक्षित कर दिया है।
सर्वे में महिलाओं ने रखे थे विचार, मेट्रो ने लागू कर दिया नियम
दिल्ली मेट्रो में महिला कोच की स्थिति क्या होनी चाहिए, इसका निर्धारण महिलाओं की पसंद के आधार पर करने का निर्णय दिल्ली मेट्रो ने लिया था। इसके लिए केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की सलाह पर दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन ने पिछले दिनों सर्वेक्षण भी किया था। इस सर्वे में महिला कोच की स्थिति और संख्या के अलावा सुविधा के बारे में महिलाओं से फीडबैक लिया गया था। महिला कोच की संख्या दो हों, कोच बीच में हो, आखिरी या पहले? महिलाओं के मत के आधार पर मेट्रो के महिला कोच का निर्धारण किया जाना था।
सर्वेक्षण के लिए 30 हजार फार्म वितरित किए गए थे और ऑफ लाइन व ऑनलाइन भी सर्वे हुआ था। सर्वे में महिलाओं की ओर से दी गई सलाह के आधार पर ही अब दिल्ली मेट्रो ने नव वर्ष 2019 के पहले दिन से ही मू¨वग डायरेक्शन में ट्रेन के पहले कोच को महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया है।