1984 दंगा : पूर्व कांग्रेसी सांसद ने जमीन पर सोकर गुजारी रात, कभी मिली थी 'Z' सुरक्षा
जेल प्रशासन की ओर से जो कंबल दिया गया है, सज्जन कुमार ने उसका ही इस्तेमाल किया। सुबह उठते ही सबसे पहले उसने अखबार मांगा। सुबह में नाश्ता किया और चिंतित दिखा।
नई दिल्ली, जेएनएन। कभी जेड श्रेणी की सुरक्षा पाने वाला पूर्व सांसद सज्जन कुमार ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उन्हें 1984 सिख विरोधी दंगे मामले में जेल की हवा भी खानी पड़ेगी। सोमवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के बाद सज्जन को मंडोली जेल नंबर-14 में रखा गया है। जेल में सज्जन ने पहली रात जमीन पर सोकर बिताई।
जेल पहुंचने के बाद से ही सज्जन तनाव में है, वह किसी से बात भी नहीं कर रहा। उसे कौन सा कैदी नंबर दिया गया है, जेल प्रशासन यह बताने को तैयार नहीं। जेल सूत्रों की माने तो मंगलवार को उसके परिवार का कोई सदस्य मिलने नहीं आया। हालांकि एक वकील आगे की रणनीति के लिए जेल पहुंचा।
जेल प्रशासन की ओर से जो कंबल दिया गया है, सज्जन ने उसका ही इस्तेमाल किया। सुबह उठते ही सबसे पहले उसने अखबार मांगा। सुबह में नाश्ता किया और दोपहर में आम कैदियों के साथ बैठकर दाल-चावल खाया। जेल प्रशासन का कहना है कि सज्जन अपने साथ कुछ दवा लाया था, वह उसे दे दी गई हैं। प्रशासन सज्जन की सुरक्षा पर ध्यान दे रहा है।