20 दिन पहले ही भगवान को प्यारे हो गए थे 'नारायण', जानिये- किसको किया था अंतिम फोन
नारायण ने सुसाइड नोट में लिखा था कि वह अपनी मौत के जिम्मेदार स्वयं है। नोट में पत्नी, बेटी व बेटा का मोबाइल नंबर भी लिखा था। जांच में पता चला था कि उनका पत्नी से विवाद चल रहा है।
By Edited By: Updated: Thu, 03 Jan 2019 08:42 PM (IST)
नोएडा, जेएनएन। कासना कोतवाली क्षेत्र में स्थित एनएसजी सोसायटी में किराए के मकान में रहने वाले 65 वर्षीय बुजुर्ग नारायण शिंदे का शव 20 दिन पुराना था। यह बात पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि शव सड़ना शुरू हो गया था। शरीर के हाथों के नाखून व सिर के बाल निकलने शुरू हो गए थे। पुलिस को जांच में पता चला है कि नारायण ने 22 दिन पहले अंतिम कॉल की थी। उनकी मौत के बाद मोबाइल पर भी शेयर मार्केट का एप खुला मिला था।
पुलिस को यह भी पता चला था कि शेयर मार्केट में करोड़ों रुपये गंवाने के बाद नारायण ने आत्महत्या कर ली थी। इसी वजह से नारायण व उनकी पत्नी में विवाद चल रहा था। उल्लेखनीय है कि बुधवार सुबह एनएसजी सोसायटी के मकान नंबर 37 से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी थी।पुलिस के मौके पर पहुंचने पर दरवाजा तोड़कर देखा गया तो पता चला था कि 65 वर्षीय नारायण शिंदे फंदे से लटके थे। मूल रूप से फरीदाबाद के रहने वाले नारायण फरीदाबाद की एक कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।
मौके से पुलिस को सुसाइड नोट मिला था, जिसमें नारायण ने लिखा था कि वह अपनी मौत के जिम्मेदार स्वयं है। नोट में पत्नी, बेटी व बेटा का मोबाइल नंबर भी लिखा था। पुलिस जांच में पता चला था कि नारायण का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा है। उनकी पत्नी माधुरी नीति आयोग में वरिष्ठ पद से सेवानिवृत्त हैं।कासना कोतवाली प्रभारी रामफल सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि दम घुटने से नारायण की मौत हुई थी। शव करीब 20 दिन पुराना था। इससे स्पष्ट है कि 20 दिन पहले नारायण ने आत्महत्या की थी।
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