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पड़ोसी ने बनाया चोरी का प्‍लान, गुनाह छुपाने के लिए कर दिया बच्‍ची का कत्ल

पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि 31 दिसंबर की रात विष्णु गार्डन में एक किशोरी की गला रेतकर हत्या करने की सूचना मिली। मृतका की पहचान पूजा के रूप में हुई।

By Edited By: Updated: Thu, 03 Jan 2019 09:07 PM (IST)
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पड़ोसी ने बनाया चोरी का प्‍लान, गुनाह छुपाने के लिए कर दिया बच्‍ची का कत्ल
दिल्ली, जेएनएन। टीवी पर आपराधिक घटनाओं पर आधारित धारावाहिकों को देखकर एक शख्स ने न सिर्फ लूट की योजना बनाई, बल्कि लूटपाट के दौरान कैसे सबूत न छोड़े जाएं, इसकी भी तैयारी कर ली। जब शख्स पड़ोसी के घर से कीमती सामान पर हाथ साफ कर रहा था, तभी किशोरी ने उसे देख लिया। इसके बाद शख्स ने किशोरी की बेरहमी से हत्या कर दी, लेकिन पुलिस के सामने आरोपित की सभी चालाकी धरी रह गई।

ख्याला थाना पुलिस ने लूट व हत्या के इस मामले को सुलझाते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान परविंदर सिंह 34 के रूप में हुई है। आरोपित के पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू, लूटे गए आभूषण व नकदी बरामद कर ली हैं।

पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि 31 दिसंबर की रात विष्णु गार्डन में एक किशोरी की गला रेतकर हत्या करने की सूचना मिली। मृतका की पहचान पूजा के रूप में हुई। जांच में पता चला कि पूजा के पिता सब्जी की दुकान चलाते हैं। उनकी तीन बेटी और एक बेटा है। घटना के समय किशोरी के माता-पिता दुकान पर थे।

पूजा घर में अकेली थी। पूजा का छोटा भाई घर के बाहर खेल रहा था। जब वह रात साढ़े आठ बजे घर पहुंचा तो बहन को लहूलुहान हालत में देखा। उसने परिजनों को घटना की जानकारी दी। घर की जांच के दौरान किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि उसने अलमारी में एक पोटली में जेवरात रखे थे, जो गायब हैं।

पुलिस ने मामले की जांच करते हुए आसपास के इलाके की सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को कब्जे में किया और लोगों से पूछताछ की। सीसीटीवी कैमरे में पड़ोसी परविंदर सिंह किशोरी के घर के पास संदिग्ध अवस्था में देखा गया।

पुलिस ने शक के आधार पर परविंदर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो उसने पुलिस को झांसा देने की कोशिश की, लेकिन बाद में उसने अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उसके निशानदेही पर चाकू, दस्ताने, जेवरात व 18 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि किशोरी का परिवार उस पर काफी विश्वास करता था।

वह बेरोक-टोक घर में आता जाता था। करीब एक सप्ताह पहले वह उनके घर गया था। उसने किशोरी की मां को अपनी अलमारी में एक पोटली में काफी मात्रा में जेवरात को रखते देखा। उसे रुपये की जरूरत थी। अलमारी में जेवरात देखकर उसने इनके घर में चोरी की योजना बनाई।

इसके बाद 31 दिसंबर रात वह किशोरी के घर में घुस गया। पूजा दूसरे कमरे में थी। वह उस कमरे में पहुंचा, जिसमें अलमारी रखी थी। वह अलमारी से जेवरात चुराने लगा। पूजा ने उसे ऐसा करते हुए देख लिया और इसका विरोध किया। दोनों के बीच हाथापाई हो गई।

इसी दौरान परविंदर ने पूजा का नॉयलन की रस्सी से गला घोंट दिया। पूजा की मौत की पुष्टि करने के लिए परविंदर ने उसके गले को चाकू से रेत दिया और जेवरात व  नकदी लेकर फरार हो गया। अपने फिंगर प्रिंट छुपाने के लिए उसने दस्ताने पहन कर वारदात को अंजाम दिया।

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