आपात स्तर पर दिल्ली का प्रदूषण, आज से ट्रकों के प्रवेश पर लग सकती है पाबंदी
पांच की शाम और छह की रात को बारिश की संभावना है। सीपीसीबी ने ईपीसीए को सुझाव दिया है कि यदि शुक्रवार की सुबह तक स्थिति नहीं सुधरती तो दिल्ली में ट्रकों का प्रवेश रोक दिया जाए।
By JP YadavEdited By: Updated: Fri, 04 Jan 2019 12:13 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के साथ एनसीआर के इलाकों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक हो चुका है। शुक्रवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में कोहरे ने परेशान किया तो दिन चढ़ने के साथ हवा भी जहरीली होने लगी है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक, दिल्ली में पीएम-2.5 का स्तर 485 तो पीएम-10 का स्तर 411 है, जिसके दिन में और बढ़ने के आसार हैं। पीएम-2.5 और पीएम-10 का स्तर लोगों के स्वास्थ्य को भी परेशान करने लगा है।
प्रदूषण के स्तर में अगर शुक्रवार सुबह तक सुधार नहीं हुआ तो दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगाई जा सकती है। साथ ही दिल्लीवासियों से निजी गाड़ियों का प्रयोग कम से कम करने और सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल अधिक करने की अपील की गई है। ट्रकों पर रोक लगाने के प्रस्ताव को पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने भी स्वीकार कर लिया है।
दरअसल, गुरुवार को प्रदूषण के आपात स्तर पर पहुंचने के चलते केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की टास्क फोर्स की एक आपात बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता सीपीसीबी के सदस्य सचिव डॉ. प्रशांत गार्गवा ने की। बैठक में बताया गया कि पीएम 2.5 का स्तर 350 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर चल रहा है जबकि पीएम 10 का स्तर 500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक चल रहा है।
ऐसे में प्रदूषण की रोकथाम को कड़े कदम उठाने होंगे। हालांकि बैठक में मौसम विभाग ने फीडबैक दिया कि पांच की शाम और छह की रात को बारिश की संभावना भी बन रही है। इस पूर्वानुमान को देखते हुए सीपीसीबी ने ईपीसीए को सुझाव दिया है कि यदि शुक्रवार की सुबह तक स्थिति में सुधार नहीं होता तो दिल्ली में ट्रकों का प्रवेश रोक दिया जाए। इस स्थिति में केवल वही ट्रक दिल्ली में आ पाएंगे जो जरूरी सामान जैसे दूध, दवाइयां, खाद्य सामग्री आदि लेकर आ रहे हैं।
आज से ट्रकों के प्रवेश पर लग सकती है पाबंदी
नए साल की शुरुआत में ही दिल्ली में प्रदूषण आपात (इमरजेंसी) स्तर पर पहुंच गया है। दिल्लीवासी ठीक से सांस तक नहीं ले पा रहे हैं। आलम यह है कि गुरुवार को बीते दो माह की सर्वाधिक प्रदूषित सुबह दर्ज की गई। लोगों ने जब आंखें खोलीं तो उन्हें दम घुटने एवं आंखों में चुभन होने का एहसास हुआ। बुजुर्गो और सांस के मरीजों को तो खासतौर पर परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस सर्दी में तीसरी बार वायु प्रदूषण आपात स्तर पर पहुंचा है। सफर के मुताबिक, शुक्रवार को यह स्थिति और अधिक खराब होगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर बुलेटिन के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 444 रहा। दिल्ली एनसीआर में सबसे ज्यादा प्रदूषण गाजियाबाद झेल रहा है, जहां का एयर इंडेक्स 458 दर्ज किया गया।
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