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33वें सूरजकुंड मेले का शानदार आगाज, सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किया उद्घाटन

शुक्रवार से चौपाल पर रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सचिव योगेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मेला हस्तशिल्प कला और भारतीय परंपराओं को आगे बढ़ाने का मौका देता है।

By Edited By: Updated: Fri, 01 Feb 2019 07:10 PM (IST)
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33वें सूरजकुंड मेले का शानदार आगाज, सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किया उद्घाटन
फरीदाबाद, जेएनएन। 33वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुुंड हस्तशिल्प मेला शुरू हो गया है। 17 फरवरी तक चलने वाले कला और हस्तशिल्पियों के इस महाकुंभ में महाराष्ट्र सहभागी प्रदेश और थाईलैंड सहभागी देश की भूमिका निभा रहा है।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस और मेजबान राज्य हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार मेले का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। मेले में देश विदेश के एक हजार से अधिक ख्याति प्राप्त हस्तशिल्पी हिस्सा ले रहे हैं।दोनों मुख्यमंत्रियों ने मेला प्रांगण में छत्रपति शिवाजी की राजधानी का केंद्र रहे रायगढ़ किले की प्रतिकृति भी अवलोकन किया और हस्तशिल्पियों से भी रूबरू हुए।

मेला प्रांगण की चौपाल पर उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र में माटी और खून का रिश्ता है।उन्होंने पानीपत की तीसरी लड़ाई के मराठा वीरों की याद में हरियाणा सरकार द्वारा पानीपत के काला आंब में बनाए जा रहे युद्ध स्मारक के लिए महाराष्ट्र सरकार की तरफ से तीन करोड़ रुपये का अनुदान देने की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पानीपत मराठाें की वीरता का इतिहास लाइट एंड साउंड के माध्यम से दर्शाने के लिए एक विशेष स्मारक विकसित करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य दोनों प्रदेशों को ऐतिहासिक व सांस्कृतिक रूप से और अधिक नजदीक लाना है।मनोहर लाल ने बताया कि पानीपत के काला आंब में युद्ध स्मारक का आठ एकड़ से 20एकड़ में विस्तार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने बताया कि महाराष्ट्र में रामायण महोत्सव की शुरूआत की जा रही है। इसके जरिए भारतीय जीवनशैली को भावी पीढ़ियों तक आगे बढ़ाया जाएगा। हरियाणा के पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा के अाग्रह पर देवेंद्र फडनवीस ने बाजीराव मस्तानी फिल्म के सितारे रणबीर सिंह और दीपिका पादुकोण को सूरजकुंड मेले में आने का निमंत्रण देने का वायदा किया। उद्घाटन मौके पर फिल्म अभिनेता सतीश कौशिक,मेले के जनक सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी एसके मिश्रा, हरियाणा सरकार के मंत्रीगण सहित थाईलैंड के राजदूत भी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

अंबाला शहर से आईं निशा, कुसुम, खुशी, ईशा, सिमरन, रिया, गिन्नी तथा सुरुचि ने घूमर नृत्य प्रस्तुति से छाप छोड़ी तो दिनेश रोहण, पंकज, पृथ्वी राज पाटिल, स्वाति, अस्मिता और शिवानी ने शिवाजी महाराज की प्रार्थना के साथ नृत्य प्रस्तुति दी।

शुक्रवार से चौपाल पर रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सचिव योगेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मेला हस्तशिल्प कला और भारतीय परंपराओं को आगे बढ़ाने का मौका देता है। प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयव‌र्द्धन ने बताया कि मेले में शिल्पकारों के लिए लगभग 1000 हट्स हैं।

साथ ही मेले में नेपाल, अफगानिस्तान, उजबेकिस्तान, किर्गिस्तान, जिम्बाब्वे, तुर्की, सीरिया, दक्षिण अफ्रीका, भुटान, युगांडा, सूडान, केन्या, फिलीस्तीन, मोरेक्को, मिस्त्र, ट्यूनीशिया के कलाकार रंग जमाएंगे।  

बृहस्पतिवार सुबह से आसमान पर बादल छाए हुए थे। सर्दी का भी असर बरकरार था। बृहस्पतिवार को छिटपुट बूंदबांदी भी हुई। आयोजकों को डर सता रहा है कि कहीं शुक्रवार को बारिश ने हो जाए। ऐसे में ठंड तो और बढ़ेगी ही, साथ में बारिश होने से शिल्पकारों को भी परेशानी होगी।

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