लाल किले के प्रांगण में पांच दिन तक चला भारत पर्व बृहस्पतिवार की सर्द रात में लोगों में देशभक्ति के रंग को गहरा कर अलविदा कह गया। अब अगले वर्ष तक विभिन्न राज्यों की विविधताओं से भरे इस पर्व का लोगों को इंतजार रहेगा।
पर्व के समापन समारोह में शामिल होने के लिए दोपहर बाद से ही लोगों की भीड़ जुटने लगी थी। बच्चे से लेकर बड़ा हर कोई मौजमस्ती के लिए भारत पर्व में पहुंचा। इसमें पुरानी दिल्ली के लोगों की संख्या अधिक थी। इस दौरान कार्यक्रम में त्रिपुरा के सांग्रेन नृत्य, बंगाली नृत्य, छत्तीसगढ़ का लोक धरोहर, तमिलनाडू का डम्मी हॉर्स, मिजोरम का चिरो नृत्
By JagranEdited By: Updated: Thu, 31 Jan 2019 10:10 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : लाल किला परिसर में पांच दिन तक चला भारत पर्व बृहस्पतिवार की सर्द रात में लोगों में देशभक्ति के रंग को गहरा कर अलविदा कह गया। अब अगले वर्ष तक विभिन्न राज्यों की विविधताओं से भरे इस पर्व का लोगों को इंतजार रहेगा।
पर्व के समापन समारोह में शामिल होने के लिए दोपहर बाद से ही लोग जुटने लगे थे। बच्चों से लेकर बड़ों तक यानी हर कोई मौजमस्ती के लिए यहां पहुंचा। इसमें पुरानी दिल्ली के लोगों की संख्या अधिक थी। इस दौरान कार्यक्रम में त्रिपुरा के सांग्रेन नृत्य, बंगाली नृत्य, छत्तीसगढ़ का लोक धरोहर, तमिलनाडु का डम्मी हॉर्स, मिजोरम का चिरो नृत्य, तेलंगाना का पेरिनी नृत्य व उग्गू डोलू की रंगारंग प्रस्तुति हुई। इसके बाद रक्षा बैंड की ओर से शानदार प्रस्तुति दी गई। इस पर श्रोता जमकर झूमे।
अंतिम दिन तक लगी रही झांकियों को देखने की होड़ भारत पर्व के अंतिम दिन भी झाकियों को देखने के लिए भीड़ लगी रही। जो लोग किसी कारण से राजपथ पर झांकियों के दीदार से चूक गए थे, उन लोगों ने लाल किला पहुंचकर झांकियों का दीदार किया। इस दौरान लोग परिवार के साथ फोटो खिंचवाना भी नहीं भूले। लोगों ने विभिन्न राज्यों की झांकियों को पास से निहारा। इसमें भी दिल्ली की झांकी को देखने के लिए लोगों की उत्सुकता देखते ही बन रही थी।
लोगों ने लिया चटपटे पकवानों का स्वाद
भारत पर्व के अंतिम दिन लोगों ने चटपटे पकवानों के साथ मीठे का भी जमकर स्वाद चखा। परिवार के साथ लोगों ने छोले भटूरे, दही बड़ा, लिट्टी-चोखा, डोसा, चाऊमीन के साथ पंजाबी व हरियाणवी थाली का भी आनंद लिया, वहीं सर्द हवाओं के बीच खाना खाने के बाद लोग मीठे में कुल्फी का स्वाद लेना नहीं भूले।
लौह पुरुष की मूर्ति रही आकर्षण का केंद्र पांच दिन तक चले पर्व में 30 फीट ऊंची लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। इस दौरान लोगों ने पटेल की प्रतिमा के साथ जमकर सेल्फी ली। पुरानी दिल्ली से कुछ लोग विशेष तौर पर पटेल की मूर्ति को देखने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान मटिया महल स्थित राहिल ने कहा कि भारत पर्व में लगाई गई पटेल जी की मूर्ति के बारे में सुना था। इस कारण विशेष तौर पर पर्व में उनकी मूर्ति को देखने के लिए आया हूं। पर्व में प्रवेश के लिए लगी रही कतार पर्व के आखिरी दिन प्रवेश के लिए लाल किला परिसर में लोगों की कतार लगी रही। पर्व में प्रवेश के दौरान मेले में दिल्ली पुलिस की ओर से प्रत्येक व्यक्ति का आधार कार्ड व पहचान पत्र देखकर ही प्रवेश करने दिया जा रहा था। इस दौरान जो लोग किसी कारण पहचान पत्र व आधार कार्ड लाने से चूक गए थे उन्हें मायूसी हाथ लगी।
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