लोक नायक अस्पताल में डॉक्टरों को वेतन देने के नाम पर 1.29 करोड़ रुपये का घोटाला
अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों से मंजूरी के बिना लेखा विभाग ने 2013 और 2014 में 10 डॉक्टरों के खातों में 1.29 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए थे।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Fri, 01 Feb 2019 02:11 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। लोक नायक अस्पताल में डॉक्टरों को वेतन देने के नाम पर 1.29 करोड़ रुपये घोटाले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अस्पताल के लेखा विभाग ने ऐसे 10 डॉक्टरों को वेतन दे दिया, जो अस्पताल के रोल पर कभी नहीं रहे। अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों से मंजूरी के बिना लेखा विभाग ने 2013 और 2014 में 10 डॉक्टरों के खातों में 1.29 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए थे। ऑडिट में पता लगने पर अस्पताल प्रशासन ने बुधवार को आइपी एस्टेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
हो सकती है गिरफ्तारीमुकदमे में उन 10 डाॅक्टरों के नाम भी हैं, जिन्हें वेतन के मद में फर्जी तरीके से पैसे दिए गए। अगर जांच में उनकी संलिप्तता पाई जाती है, तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। विभाग में कार्यरत कुछ क्लर्कों की भूमिका भी संदिग्ध है। पुलिस को दो दिन पहले ही विसंगतियों के बारे में अस्पताल अधिकारियों से शिकायत मिली थी। शिकायत में अस्पताल के अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि एक वरिष्ठ लिपिक की भूमिका, जो वेतन के प्रभारी थे, आंतरिक लेखा परीक्षा समिति द्वारा संदेह के घेरे में आ गए हैं, क्योंकि उन्होंने खाते की किताबों में वेतन के तहत खर्च में अचानक वृद्धि का उल्लेख किया था।
शिकायत पर हुई जांच
जांच में पाया गया है कि यह धन एक साल की अवधि के लिए ई-ट्रांसफर के माध्यम से काल्पनिक खातों में स्थानांतरित किया गया था। जिन खातों में धनराशि हस्तांतरित की गई थी, उनमें से अधिकांश में पुस्तकों में उल्लिखित धारक का पहला नाम था और जूनियर या वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टरों के पदनाम थे। उनमें से प्रत्येक को प्रति माह एक लाख से अधिक का वेतन दिया गया था।10 डॉक्टरों के खिलाफ जांच शुरू
शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी व आपराधिक साजिश समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। क्लर्क समेत 10 डॉक्टरों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है, जिन्हें पैसा मिला है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नए सिरे से पूछताछ शुरू की जाएगी। क्लर्क और वरिष्ठ अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
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