95 में से 54 हजार ऑटो चल रहे नियमों को ताक पर रखकर
दिल्ली में ऑटो चालक किराया बढ़ाने की मांग तो कर रहे हैं लेकिन आधे से अधिक नियम कायदों को ताक पर रखकर चल रहे हैं। हालात यह है कि दिल्ली में चल रहे 95 हजार ऑटो में से केवल 41 हजार में ही जीपीएस सिस्टम काम ही कर रहा है जबकि 54 हजार बगैर जीपीस के ही चल रहे हैं। यह तथ्य सामने आया बृहस्पतिवार को इंडिया हैबीटेट सेंटर में हुई पर्यावरण प्रदूषण लियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) की बैठक में।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली में ऑटो चालक किराया बढ़ाने की मांग तो कर रहे हैं, लेकिन आधे से अधिक ऑटो नियमों को ताक पर रखकर चल रहे हैं। हालात यह है कि दिल्ली में चल रहे 95 हजार ऑटो में से केवल 41 हजार में ही जीपीएस सिस्टम काम कर रहा है जबकि 54 हजार बगैर जीपीएस के ही चल रहे हैं। यह तथ्य सामने आया बृहस्पतिवार को इंडिया हैबिटेट सेंटर में हुई पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) की बैठक में।
ईपीसीए अध्यक्ष भूरेलाल की अध्यक्षता में यह बैठक बीएस-6 ईंधन चालित ऑटो को लेकर ऑयल कंपनियों, ऑटो निर्माता कंपनियों व संबंधित अधिकारियों के साथ रखी गई थी। दरअसल, बजाज ऑटो ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि वह बीएस-6 के ऑटो को तुरंत सड़कों पर उतार सकते हैं, लेकिन इसके लिए दिल्ली में नए ऑटो परमिट पर लगी रोक को खत्म किए जाने की जरूरत है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने ईपीसीए को इस पर एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा है।