भारत-पाक के बीच संभावित युद्ध जैसे हालात के बीच जारी है 'सदा-ए-सरहद' सफर
पुलवामा की घटना के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली सदा-ए-सरहद बस से पाकिस्तान से दिल्ली आने व दिल्ली से पाकिस्तान जाने वाले यात्रियों की संख्या में भले ही कमी आ गई लेकिन बसें बंद नहीं हुई।
नई दिल्ली, जेएनएन। पुलवामा में जवानों पर आत्मघाती हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली सदा-ए-सरहद बस का नियमित परिचालन जारी है। बुधवार को पाकिस्तान से दिल्ली आने वाले और दिल्ली से पाकिस्तान जाने वाले यात्रियों की संख्या भले ही कम हो गई, लेकिन बसें बंद नहीं हुई। बुधवार को भी दिल्ली से छह भारतीय व छह पाकिस्तानी कुल 12 यात्री पाकिस्तान गए। लाहौर से भी करीब 10 यात्रियों को लेकर बस नई दिल्ली आई। बृहस्पतिवार को बस लाहौर जाएगी अथवा नहीं इसको लेकर अधिकारियों को देर रात तक जानकारी नहीं दी गई।
दिल्ली गेट स्थित अंबेडकर स्टेडियम से सदा-ए-सरहद बस लाहौर जाती है। दो बसें पाकिस्तान से दिल्ली के लिए चलती है, जबकि एक बस दिल्ली से लाहौर के लिए चलती है। दिल्ली से प्रतिदिन सुबह लाहौर के लिए बस खुलती है, जो शाम को वहां पहुंचती है। लाहौर से भी सुबह बस खुलती है जो शाम को दिल्ली आ जाती है। बसों को पुलिस की दो-दो जिप्सी आगे व पीछे से स्कॅाट करती हैं। हमले के बाद कितने यात्री आए पुलवामा की घटना के बाद 12 फरवरी को 3, 13 फरवरी को 13, 14 फरवरी को 6 यात्री दिल्ली आए।
12 फरवरी को पुलवामा में आत्मघाती के अगले दिन 15 फरवरी को 9 यात्री पाकिस्तान से दिल्ली आए। 16 फरवरी को पाकिस्तान से सदा-ए-सरहद बस से महज एक यात्री ही भारत आया। अगले दिन 17 फरवरी को एक भी यात्री दिल्ली नहीं आया। बस खाली आई। 18 फरवरी को 11 यात्री दिल्ली आए।
इनमें अधिकतर वे यात्री थे जो दिल्ली के रहने वाले थे। 19 फरवरी को फिर 4 यात्री पाकिस्तान से दिल्ली आए। बता दें कि सदा-ए-सरहद के नाम से भारत लाहौर बस सेवा का शुभारंभ 19 फरवरी 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त रूप से बाघा बार्डर पर किया था।