शेफ बनकर भी की जा सकती है जवानों की सेवा : रबि नारायण
-पुलवामा में शहीद सीआरपीएफ के जवानों और पाकिस्तान के कब्जे में पायलट अभिनंदन को समर्पित की प्रतियोगिता -श्याम लाल में शुरू हुई मास्टर शेफ प्रतियोगिता फोटो संख्या 2
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : शाहदरा स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय के श्याम लाल कॉलेज में गुरुवार को दो दिन चलने वाले एसएलसी मास्टर शेफ-2019 का आगाज हुआ। पहले दिन प्रतियोगिता में दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया समेत एनसीआर के कई विश्वविद्यालय की 17 टीमों ने भाग लिया। इसमें छात्र और छात्राएं दोनों शामिल है। यह प्रतियोगिता जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों और पाकिस्तान के कब्जे में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को समर्पित की गई। अभिनंदन की सकुशल वापसी के लिए कॉलेज में प्रार्थना भी की गई। प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि शेफ नीता मेहता रहीं।
दिल्ली विश्वविद्यालय में एक मात्र श्याम लाल कॉलेज है, जहां मास्टर शेफ प्रतियोगिता होती है। यह प्रतियोगिता का चौथा संस्करण है। इसको लेकर विद्यार्थियों में उत्साह देखने को मिला। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीम को पकवान तैयार करने के लिए 30 मिनट का समय दिया गया। पकवान तैयार होने के बाद शेफ नीता और कॉलेज प्राचार्य डॉ. रबि नारायण कार ने जज किया। शुक्रवार को प्रतियोगिता के परिणाम घोषित किए जाएंगे। प्रतियोगिता शुरू होने से पहले डॉ. रबि नारायण कार ने कहा देश की सेवा करने के लिए जरूरी नहीं हाथ में बंदूक लेकर सीमा पर खड़ा रहा जाए। अगर कोई व्यक्ति सैनिकों की सेवा करता है तो वह भी देश सेवा ही है। भारत-पाकिस्तान के जो मौजूदा हालत हैं, उससे भारत के लोगों में गुस्सा है। हर कोई देश की सेना की मदद करना चाहता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा अगर वाकई सेना के जवानों की मदद करना चाहते हैं तो सेना में शेफ बनो और जवानों को स्वादिष्ट खाना खिलाओ।
प्रतियोगिता के संयोजक अब्बास तापेदार ने कहा कि कॉलेज स्तर पर व्यंजन-प्रेमियों और पाक कला में हाथ आजमाने की ख्वाहिशमंद युवा पीढ़ी को इस कार्यक्रम के जरिये एक मंच प्रदान किया गया है। वहीं नीता मेहता ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले टीम के सदस्यों को बेहतर व्यंजन बनाने के तरीके बताए।