सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर सोसायटियों पर शिकंजा कसेगा प्राधिकरण
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट होने के बावजूद सोसायटी के सीवेज शोधन में लापरवाही करने वालों के खिलाफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शिकंजा कसने जा रहा है। बिजली बिल में बचत के लिए ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन करने से बचने वाली सोसायटियों में सब मीटर लगाने की तैयारी है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट होने के बावजूद सोसायटी के सीवेज शोधन में लापरवाही करने वालों के खिलाफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शिकंजा कसने जा रहा है। बिजली बिल में बचत के लिए ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन करने से बचने वाली सोसायटियों में सब मीटर लगाने की तैयारी है।
इसके अलावा अन्य विकल्प पर भी विचार हो रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सोसायटी अपना सीवेज को सीधे प्राधिकरण की सीवर लाइन में डालने से पहले उसका शोधन कर रही हैं। जिन सोसायटियों ने अभी तक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया है, उनके प्राधिकरण नोटिस भी जारी करने जा रहा है।
ग्रेटर नोएडा में करीब साढ़े चार सौ सोसायटी हैं। अधिकतर सोसायटी अपना सीवेज सीधे प्राधिकरण की सीवर लाइन में डालती है। प्राधिकरण ने करीब ढाई सौ सोसायटियों को नोटिस देकर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के निर्देश दिए थे। उन्हें पंद्रह दिनों में प्लांट लगाने का कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अधिकतर सोसायटियों ने प्राधिकरण के नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया है।
जिन सोसायटी में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट है, वह भी उसका संचालन करने के बजाए सीधे प्राधिकरण की सीवर लाइन में अपना सीवेज बहा रही हैं। अधिकारियों के मुताबिक ट्रीटमेंट प्लांट संचालन पर आने वाले बिजली के भारी भरकम बिल से बचने के लिए सोसायटी यह हथकंडा अपना रहीं हैं।
इन सोसायटियों पर शिकंजा कसने के लिए प्राधिकरण तैयारी कर रहा है। एक विकल्प के तौर पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए सब मीटर लगाने की योजना है। बिजली बिल से यह तय हो जाएगा कि ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन हुआ या नहीं। इसके अलावा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में शोधन होने वाले सीवेज से भी उसके संचालन पर निगरानी की योजना है। प्राधिकरण के एसीईओ दीपचंद ने बताया कि जिन सोसायटियों को अभी तक नोटिस जारी नहीं हुआ है, उन्हें नोटिस जारी किया जा रहा है।