Move to Jagran APP

CBSE 10th Result: रिजल्ट से पहले फेल होने की डर से छात्रा ने लगाई फांसी, मौत

सेक्टर-35 स्थित मोरना में हाईस्कूल की छात्रा ने बोर्ड परीक्षा में फेल होने के डर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली

By Edited By: Updated: Sat, 04 May 2019 05:18 PM (IST)
Hero Image
CBSE 10th Result: रिजल्ट से पहले फेल होने की डर से छात्रा ने लगाई फांसी, मौत
नोएडा, जेएनएन। सेक्टर-35 स्थित मोरना में हाईस्कूल की छात्रा ने बोर्ड परीक्षा में फेल होने के डर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा परीक्षा के बाद से तनाव में थी। शुक्रवार दोपहर 12 बजे खुद को घर में अकेला पाकर आत्महत्या कर ली। परिजन उसे जिला अस्पताल भी लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल प्रशासन ने मामले की सूचना पुलिस को दी है।

पांच मई को परीक्षा परिणाम आने वाला है, लेकिन उससे पहले ही छात्रा ने जान देकर अपना जीवन समाप्त कर लिया। मूलरूप से ओडिशा निवासी एक व्यक्ति सेक्टर-35 स्थित मोरना बस डीपो के पीछे परिवार के साथ किराए के मकान पर रहते हैं। परिवार में पत्नी, बड़ी बेटी और दो छोटे बेटे हैं। पिता के मुताबिक 18 वर्षीय बेटी ने इस वर्ष सीबीएसई बोर्ड से 10वीं की परीक्षा दी थी।

परीक्षा खत्म होने के बाद से छात्रा गुमशुम और तनाव में थी। उसने एग्जाम के दौरान पेपर खराब होने की बात बताई थी। बृहस्पतिवार को जब सीबीएसई 12वीं के नतीजे घोषित हुए, तो छात्रा फेल होने के डर खामोश और गुमशुम रहने लगी। घर वाले उसे समझाते रहे। हर प्रकार से प्रोत्साहित किया, लेकिन उसके चेहरे की खुशी गायब सी रही। शुक्रवार दोपहर जिस वक्त सभी बाहर गए थे। उस वक्त खुद को घर में अकेला पाकर छात्रा ने आत्महत्या कर ली।

खिड़की की चौखट तोड़कर अंदर दाखिल हुए
पिता के मुताबिक छात्रा के दो छोटे भाईयों को स्कूल छोड़ने के बाद वे अपने काम पर गए थे। पत्नी पास में रिश्तेदार के घर गई थी। काम जल्द खत्म होने पर वे घर लौटे आए। यहां उन्हें दरवाजा अंदर से बंद दिखाई। बहुत खटखटाने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला, तो उन्होंने बगल में लगी खिड़की से अंदर झांककर देखा। छात्रा दरवाजे की चौखट के सहारे से फांसी के फंदे से लटकी दिखाई दी। उसने दुपट्टे का फंदा गले में लगाकर आत्महत्या की। पड़ोसियों की मदद से वह खिड़की की चौखट तोड़कर अंदर दाखिल हुए। शरीर में हल्की से हरकत होने उसे लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

सेक्टर-24 कोतवाली प्रभारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया बोर्ड परीक्षा में पेपर खराब होने के चलते छात्रा ने आत्महत्या की है। परिजन शिकायत करेंगे, तो मामले की दूसरे एंगल से भी जांच की जाएगी। परिजन ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने से मना किया है।

परिजन परीक्षार्थियों के साथ बिताए वक्त
मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. पारुल अदलखा ने बताया कि, बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों में पास और फेल होने के डर के साथ अच्छे नंबर लाने का दबाव रहता है। परिजनों को चाहिए कि, वे परीक्षार्थियों पर अच्छे नंबर लाने का दबाव नहीं बनाए। परीक्षा से पहले और बाद में परीक्षार्थियों के साथ ज्यादा वक्त बिताए। उन्हें किसी भी तरह का तनाव नहीं महसूस होने दे अगर कोई छात्र-छात्रा बोर्ड परीक्षा के बाद से तनाव में है, तो उससे बात करें। उसे अकेला मत रहने दे। तनाव को खत्म करने के लिए उसके मनपसंद जगह पर घुमाने के लिए ले जाए।

दिल्ली-NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।