अंतरराज्यीय लूट गिरोह का पर्दाफाश, तीन कुख्यात बांग्लादेशी बदमाश गिरफ्तार
एसटीएफ ने शनिवार शाम सराय काले खां बस अड्डे के पास से बांग्लादेश के रहने वाले तीन कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
By Edited By: Updated: Sun, 05 May 2019 08:34 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी मिली है। क्राइम ब्रांच के विशेष जांच दल (एसटीएफ) ने शनिवार शाम सराय काले खां बस अड्डे के पास से बांग्लादेश के रहने वाले तीन कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी से एसटीएफ ने कर्नाटक, ओडिशा, गोवा व लखनऊ में हुई डकैती के छह मामले सुलझाने का दावा किया है। इनके पास से दो कट्टा, चार कारतूस व बांग्लादेश के दो पासपोर्ट बरामद किए गए हैं।
ये लोग यहां के बड़े शहरों में डकैती डालकर बांग्लादेश भाग जाते थे। डीसीपी क्राइम ब्रांच डॉ. जी राम गोपाल नाइक के मुताबिक गिरफ्तार किए गए बदमाशों के नाम कमरूल उर्फ कमाल, सहीदुल इस्लाम उर्फ अबू साहिद उर्फ मुहम्मद साहिद व नजरूल है। तीनों बांग्लादेश के रहने वाले हैं। कमरूल ने दिल्ली में पहली बार 1998 में आपराधिक वारदात को अंजाम दिया था। 2003 में दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया था। 2010 तक वह जेल में रहा उसके बाद 2011 से 2017 जून तक वह मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश में रहा। लूटपाट व डकैती के कई मामले में उसे विभिन्न अदालतों से सजा हो चुकी है। इसके खिलाफ दिल्ली समेत देश के अन्य राज्यों में 12 संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
नजरूल ने 2002 में दिल्ली में पहली बार आपराधिक वारदात को अंजाम दिया था। 2005 से 2008 तक वह दिल्ली की जेल में रहा और उसके बाद 2009 से 2018 तक हरियाणा की जेल में रहा। डकैती व लूटपाट के कई मामले में उसे सजा मिल चुकी है। इसके खिलाफ दिल्ली समेत कई राज्यों में 21 आपराधिक मामले दर्ज हैं। सहीदुल ने भी दिल्ली में पहली बार 2002 में आपराधिक वारदात किया था। इसे भी डकैती व लूटपाट के कई मामले में सजा मिल चुकी है। इसके खिलाफ छह आपराधिक मामले दर्ज हैं। गिरोह में शामिल हैं कुल आठ सदस्य इनमें कमरूल गिरोह का सरगना है।
इसके गिरोह में कुल आठ सदस्य हैं जो देश के बड़े शहरों में लूटपाट व डकैती की वारदात कर वापस बांग्लादेश भाग जाते थे। पिछले आठ महीने में गिरोह ने भुवनेश्वर, धनबाद, लखनऊ, आगरा, बेंगलुरू व गोवा आदि में डकैती की कई वारदात को अंजाम दिया है। एसीपी पंकज सिंह को सूचना मिली कि बांग्लादेशी बदमाश कमरूल जो कुछ महीने से देश में फिर सक्रिय हो गया है। वह गिरोह के बदमाशों के साथ सराय काले खां बस अड्डा के पास आने वाला है।
इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, एसआइ राजीव की टीम ने तीनों को दबोच लिया। इनमें दो के पास पासपोर्ट व वीजा है। जबकि एक अवैध तरीके से भारत में प्रवेश कर गया था। जुलाई 2017 से कमरूल अब तक आठ बार व सहीदुल तीन बार भारत आ चुका है। नजरूल ने किसी दलाल को 5000 रुपये देकर भारत की सीमा में प्रवेश किया था। ये लोग पॉश कालोनियों में रहने वाले लोगों को निशाना बनाते थे।
वारदात के तरीके बांग्लादेशी बदमाश देर रात टारगेट वाले फ्लैटों में पीछे की तरफ से खिड़कियों के ग्रिल काटकर फ्लैटों के अंदर प्रवेश करते हैं और असलहों के बल पर परिवार के सभी सदस्यों को बंधक बना लेते हैं। इसके बाद घर में रखे नगदी व ज्वेलरी समेत सभी कीमती सामान लेकर चंपत हो जाते हैं। विरोध जताने पर बदमाश लोगों की हत्या करने से भी नहीं चूकते हैं। बांग्लादेशी बदमाश मुख्य रूप से रेलवे स्टेशन अथवा जंगल के आसपास की कॉलोनियों में रहते हैं। उक्त इलाके में वे खुद को सुरक्षित मानते हैं।
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