बवाना में मुठभेड़ के बाद गैंगस्टर अंकित गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद द्वारका मोड़ शूटआउट में शामिल बदमाश अंकित डबास को दबोचे में सफलता पाई है। घायल बदमाश को पूंठ खुर्द स्थित महर्षि बाल्मिकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। उधर मुठभेड़ में बदमाशों की गोली से दिल्ली
By JagranEdited By: Updated: Sat, 25 May 2019 06:26 AM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : द्वारका मोड़ पर 19 मई को हुए गैंगवार के बाद फरार हुए गैंगस्टर अंकित डबास को मुठभेड़ में घायल होने के बाद पुलिस ने दबोच लिया। बवाना में हुई इस मुठभेड़ में बदमाश की गोली से एसआइ सहित दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। घायल बदमाश सहित पुलिसकर्मियों को पूंठ खुर्द स्थित महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाश के पास से एक स्वचालित पिस्टल, कारतूस सहित एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है।
स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त संजीव कुमार यादव के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली की द्वारका मोड़ पर हुई मुठभेड़ का आरोपित गैंगस्टर अंकित शुक्रवार की रात बवाना के कंझावला इलाके में आ रहा है। इसके बाद रात करीब पौने आठ बजे मोटरसाइकिल सवार गैंगस्टर को पुलिस ने घेराबंदी कर ली। लेकिन, पुलिस को देखते ही उसने फायरिग शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ में पुलिस की गोली से घायल डबास को गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर कृष्ण बदमाश की गोली से जख्मी हो गए, जबकि एक अन्य अधिकारी की बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली लगी। इससे वह मामूली रूप से झुलस गए। 20 वर्षीय अंकित हरियाणा के सांपला इलाके का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान करीब सात गोलियां चलाई गई। 19 मई को द्वारका मोड़ पर हुई थी यह घटना
द्वारका मोड़ मेट्रो स्टेशन के पास 19 मई को मंजीत महाल गिरोह का बदमाश प्रवीण गहलोत दिन में करीब पौने चार बजे अपनी रिट्ज कार से नवादा से द्वारका मोड़ की ओर जा रहा था। इसी बीच राजस्थान नंबर की एक स्विफ्ट कार ने उसका पीछा कर रोक लिया। प्रवीण रुकते ही कार सवार बदमाशों के साथ ही पीछे से आए बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। इसी बीच सड़क के दूसरी ओर पीसीआर पर तैनात कांस्टेबल नरेश ने भाग रहे बदमाशों में से विकास दलाल को ढेर कर दिया था। हालांकि पुलिस को देख कार सवार अन्य बदमाश फरार हो गए थे। इस घटना में विकास के साथ अंकित डबास और चीता के शामिल होने की बात सामने आई थी। इसके बाद से पुलिस इन दोनों की तलाश कर रही थी। विकास और प्रवीण मंजीत महाल गिरोह के बदमाश हैं, दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। जिसे लेकर विकास ने अपने साथियों के साथ उसकी हत्या वारदात को अंजाम दिया था।
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