मनोज तिवारी का ममता बनर्जी पर बड़ा हमला- समारोह में कैसे मिलाएंगी लोगों से नजर
भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली ईकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कै पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र को कलंकित किया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव-2019 में प्रचंड जीत के बाद बृहस्पतिवार शाम 7 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे कार्यकाल के लिए अपने नए मंत्रिपरिषद के साथ शपथ लेंगे। इस बीच बृहस्पतिवार सुबह दिल्ली से लोकसभा सांसद मनोज तिवारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृण मूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला है।
भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली ईकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कै पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र को कलंकित किया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल में बीते कुछ महीनों में हुई राजनीतिक हिंसा की चर्चा करते हुए कहा कि ममता के राज में हमारे 54 कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है ऐसे में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आकर कैसे लोगों से नजर मिला पाएंगी?
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को जहां एक तरफ नरेंद्र मोदी प्रचंड प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी 24 परगना में अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठेंगीं। ममता अपनी पार्टी में लगातार टूट से नाखुश और नाराज हैं, इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री की शपथ में जाने से मना कर दिया। साथ ही चुनाव के दौरान हिंसा में बेघर हुए कार्यकताओं की वापसी की मांग को लेकर धरने पर बैठने की भी घोषणा की है। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि लोकसभा चुनाव की जंग में भले ही वो पिछड़ गई हों, लेकिन राजनीतिक लड़ाई से वो पीछे हटने वाली नहीं हैं।
ममता ने कहा कि भाजपा जिन 54 परिवारों को शपथ ग्रहण में आमंत्रित कर बंगाल में हिंसा का आरोप लगा रही है, उससे वो आहत हैं। ममता ने ट्वीट कर साफ-साफ कि वो शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना चाहती थीं लेकिन भाजपा बंगाल के उन परिवारों को शपथ ग्रहण समारोह में बुला रही है जिनके किसी परिजन की हत्या हुई है। ममता ने कहा कि भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा में 54 लोगों की हत्या हुई, जबकि ये सच नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है और भाजपा जिन हत्याओं को राजनीतिक हत्या बता रही है असल में ये मर्डर आपसी रंजिश समेत दूसरे विवादों की वजह से हुए। इन हत्याओं का राजनीति से कोई लेना देना नहीं।
दिल्ली-NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के यहां पर क्लिक करें
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप