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मोदी कैबिनेट में मनोज तिवारी को नहीं मिली जगह, समर्थकों को हाथ लगी निराशा

दिल्‍ली भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष मनोज तिवारी को मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। इससे पहले ऐसी अटकलें थी मोदी कैबिनेट में तिवारी को भी शामिल किया जाएगा।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Thu, 30 May 2019 09:12 PM (IST)
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मोदी कैबिनेट में मनोज तिवारी को नहीं मिली जगह, समर्थकों को हाथ लगी निराशा

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्‍ली भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष मनोज तिवारी को मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। इससे पहले ऐसी अटकलें थी मोदी कैबिनेट में तिवारी को भी शामिल किया जाएगा लेकिन शपथ ग्रहण समारोह के बाद स्थिति साफ हो गई। मनोज तिवारी के समर्थकों को उम्मीद थी कि आगामी दिल्‍ली विधानसभा चुनाव को ध्‍यान में रखते हुए कैबिनेट में मौका दिया जा सकता है। बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव अगले साल जनवरी-फरवरी में होने वाले हैं।

कौन हैं मनोज तिवारी?

मनोज तिवारी गायक, अभिनेता और राजनेता हैं। उनका जन्म 1973 में बिहार के एक छोटे से गांव अटरवालिया में हुआ था। उन्होंने कमलाकर चौबे आदर्श सेवा विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज, वाराणसी से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने बीएचयू (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय), वाराणसी से स्नातक स्तर की पढ़ाई जारी रखी। फिर M.P.Ed (शारीरिक शिक्षा के मास्टर) में डिग्री हासिल की। मनोज तिवारी ने रानी तिवारी से 1999 में शादी की और इन दोनों कपल्स से एक बेटी ने जन्म लिया | उसके बाद इन दोनों ने साल 2012 में तलाक ले लिया था। मनोज तिवारी को क्रिकेट में भी बहुत रुचि है।

भोजपुरी गायक से अभिनेता का सफर

मनोज तिवारी ने करीब 10 सालों तक भोजपुरी गायकी में अपना एक अलग मुकाम बनाया। साल 2003 में उन्होंने सुपरहिट फिल्म “ससुरा बड़ा पैसे वाला” में अभिनय किया, जिसने उस समय रिकॉर्ड तोड़ बिजनेस किया। मनोज तिवारी ने रियलिटी शो बिग बॉस में भी हिस्सा लिया था।

अभिनय के क्षेत्र में चलने के बावजूद मनोज तिवारी ने अपने को कभी भी संगीत से अलग नहीं किया तथा समय-समय पर अपने नए-नए एल्बम भी निकालते रहे।

मनोज तिवारी की लोकप्रियता का आलम यह है कि बॉलीवुड के प्रसिद्ध निर्देशक अनुराग कश्यप ने अपनी फिल्म “गैंग्स ऑफ वासेपुर” में भी मनोज तिवारी से इनका प्रसिद्ध गाना गवाया- “जिया हो बिहार के लाला जिया तुम हजार साला। ससुरा बड़ा पैसावाला, बंधन टूटे ना (2005), दारोगा बाबू आई लव यू (2005), दामाद जी (2005), धरतीपुत्र (2006), देहाती बाबू (2006), नैहर के मारो पिया के चुनारी (2007), मर्द न.1, भोजपुरिया डॉन, इंटरनेशनल दारोगा, तू हमार हउ, ए भऊजी के सिस्टर, औरत खिलौना नहीं, गोबर सिंह, भैया हमार बार दयावान, धरती कहे पुकार के, दारोगा जी चोरी होगेल और राजा ठाकुर उनकी कुछ प्रमुख फिल्में हैं।

राजनीति भी खूब आई रास

वर्ष 2009 में मनोज ने गोरखपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा नेता योगी आदित्यनाथ से हार गए। वर्ष 2014 के आम चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए और उत्तर-पूर्वी दिल्ली की लोकसभा सीट पर कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल को हराकर जीत दर्ज की थी। 2019 के आम चुनाव में इसी सीट पर उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित को शिकस्त दी। मनोज 2011 के अन्ना आंदोलन में भी सक्रिय थे। साल 2016 में मनोज तब विवादों में आए, जब उन्होंने आमिर के असहिष्णु बयान पर उन्हें "गद्दार" कहा था, लेकिन बाद में मनोज ने स्पष्ट किया कि उन्होंने आमिर खान के बारे में कुछ नहीं कहा है।

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