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टिल्लू पंडित गैंग का 25 हजार का इनामी गिरफ्तार

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने टिल्लू पंडित गैंग के 25 हजार के इनामी बदमाश को नजफगढ़ से गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान सोनीपत के गोहाना से सलीमपुर गांव के रहने वाले जय उर्फ प्रमोद के रूप में हुई है। वह एक गैंगस्टर की हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में फरार चल रहा था। इससे पहले वह दोहरे हत्याकांड मामले में जेल जा चुका है। पुलिस को उसके पास से कार तमंचा और तीन कारतूस बरामद हुए हैं।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 30 May 2019 08:08 PM (IST)
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टिल्लू पंडित गैंग का 25 हजार का इनामी गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने टिल्लू पंडित गैंग के 25 हजार के इनामी बदमाश को नजफगढ़ से गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान सोनीपत के गोहाना स्थित गांव सलीमपुर के रहने वाले जय उर्फ प्रमोद के रूप में हुई है। वह एक गैंगस्टर की हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में फरार चल रहा था। इससे पहले वह डबल मर्डर मामले में जेल जा चुका है। पुलिस को उसके पास से कार, तमंचा और तीन कारतूस बरामद हुए हैं।

एडिशनल कमिश्नर एके सिघला ने बताया कि क्राइम ब्रांच के एएसआइ दिनेश कुमार को जय के बारे में सूचना मिली थी कि वह कार से सुरखपुर-नजफगढ़ चौक पर किसी से मिलने के बाद आ रहा है। सूचना के आधार पर एसीपी मनोज पंत के निर्देशन में इंस्पेक्टर पीसी खंडूरी के नेतृत्व में बनाई गई टीम ने उसे कार नंबर के आधार पर दबोच लिया। उसने तमंचा निकालकर पुलिस को धमकी देकर वहां से भागने का प्रयास भी किया, लेकिन वह नाकाम रहा। पूछताछ में जय ने बताया कि वह सोनीपत का रहने वाला है और करीब छह वर्ष पहले दिल्ली आया था। यहां उसने गैंगस्टर कृष्ण पहलवान के लिए निजी सुरक्षा गार्ड और चालक का काम शुरू किया। इस दौरान वह हरिदास नगर के रहने वाले गैंगस्टर योगेश उर्फ टिल्लू पंडित के संपर्क में आया और उसके गैंग में शामिल हो गया। मार्च 2016 में जाट आरक्षण को लेकर हुई बहस के दौरान जय ने कृष्ण पहलवान के दो निजी सुरक्षा गार्ड की हत्या कर दी थी। इस मामले में वह जेल भी गया और यहां उसकी दोस्ती टिल्लू पंडित के खास दर्शन से हो गई। दर्शन का एक गैंगस्टर प्रवीण राठौर उर्फ कालू बंजारा से प्रॉपर्टी का विवाद था। इस मामले में जय ने अपने साथी के साथ मिलकर नजफगढ़ में कोका कोला कंपनी के पास दिसंबर 2018 में प्रवीण राठौर की हत्या कर दी थी। इस मामले में जय का साथी सतीश गिरफ्तार हुआ था और जय के फरार चलने के कारण उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस से बचने के दौरान उसने कंझावला में दर्शन के कहने पर उसके एक दुश्मन की हत्या का प्रयास भी किया था।

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