एक बार फिर मोदी मंत्रिमंडल में चमका चांदनी चौक
लोगों के बीच में डॉ. साहब के नाम से मशहूर डॉ. हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ ली। उन्होंने चांदनी चौक से दमदार वोटों से जीत दर्ज की है। यहां के लोगों पहले से आश्वस्त थे कि इस बार भी नरेंद्र मोदी के मंत्रीमंडल में चांदनी चौक की चमक बिखरेगी। इसलिए जैसे ही राष्ट्रपति ने शपथ लेने के लिए डा. हर्षवर्धन का नाम पुकारा
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
लोगों में डॉक्टर साहब के नाम से मशहूर हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ ली। चांदनी चौक लोकसभा सीट से वह भारी मतों से विजयी हुए हैं। यहां के लोग पहले से आश्वस्त थे कि इस बार भी नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में चांदनी चौक की चमक बिखरेगी। इसलिए जैसे ही शपथ लेने के लिए डॉ. हर्षवर्धन का नाम पुकारा गया, वैसे ही टीवी पर शपथ ग्रहण समारोह को देख रहे लोग खुशी से उछल पड़े। मिठाइयां बांटी जाने लगीं।
हर्षवर्धन पिछली सरकार में भी मंत्री थे। उनके पास विज्ञान व तकनीकी, पर्यावरण, पृथ्वी विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय थे। हालांकि, जब 2014 में मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे तब उन्हें पसंदीदा स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बचपन से ही जुड़े हर्षवर्धन की पहचान एक जमीनी और संगठन में मजबूत पकड़ रखने वाले नेता के तौर पर है।
वैसे, भी चांदनी चौक लोकसभा सीट से जीत-हार राजनीतिक दल व प्रत्याशी के लिए खास मायने रखती है। माना जाता है कि जो पार्टी यहां से लोकसभा चुनाव जीतती है वह केंद्र में सत्तारूढ़ होती है। वहीं जो प्रत्याशी जीतकर लोकसभा पहुंचता है, उसके सिर पर मंत्री का ताज होता है। विजय गोयल, कपिल सिब्बल और डॉ. हर्षवर्धन इसके गवाह हैं।
डॉ. साहब को इस चुनाव में भी टिकट मिलने और जीत को लेकर कोई संशय नहीं था। जरूरतमंद कभी भी उनका दरवाजा खटखटा सकता है। ऐसे में जब चुनाव प्रचार में बाकी प्रत्याशियों की होर्डिग्स और तड़क-भड़क दिख रही थी तब वह जमीनी प्रचार में व्यस्त थे।
वह 1993 से लेकर 2013 तक पांच बार दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़े और सभी में विजयी रहे। वर्ष 2014 और 2019 में जब चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव लड़ा तो उसमें भी दमदार जीत मिली। इस बार तो उन्होंने 2 लाख 28 हजार मतों से अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता जय प्रकाश अग्रवाल को पटखनी दी है। दिल्ली किराना कमेटी के अध्यक्ष विजय गुप्ता कहते हैं कि उनके नेतृत्व में चांदनी चौक की पुरानी पहचान अवश्य लौटेगी।