अब दिल्ली के अस्पताल में मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों से मारपीट
सोमवार को भी डॉक्टरों द्वारा ओपीडी व आपातकालीन सेवा को बंद रखने का एलान किया गया है। वहीं परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने महिला के इलाज में लापरवाही बरती जिससे उसकी मौत हो गई।
नई दिल्ली, जेएनएन। बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में भर्ती किडनी की बीमारी से पीड़ित महिला मरीज की मौत के बाद तीमारदारों ने शनिवार देर रात जमकर हंगामा काटा। परिजनों ने न केवल अस्पताल में तोड़फोड़ की बल्कि डॉक्टरों की पिटाई भी की। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने महिला के इलाज में लापरवाही बरती, जिससे उसकी मौत हो गई।
उधर, पिटाई के विरोध में रविवार को रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल में आपातकालीन सेवाओं को बंद कर दिया। सब्जी मंडी थाना पुलिस ने मृत महिला के पति सहित तीन लोगों के खिलाफ जब मुकदमा दर्ज किया तब जाकर आपातकालीन सेवाएं चालू की गईं। सोमवार को भी डॉक्टरों द्वारा ओपीडी व आपातकालीन सेवा को बंद रखने का एलान किया गया है। डॉक्टरों ने अस्पताल प्रशासन को 24 घंटे का समय देकर अपनी सुरक्षा के लिए बाउंसर व रात में सीनियर डॉक्टर की उपलब्धता की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने हड़ताल की चेतावनी दी है।
रूप नगर निवासी राजबाला को 29 जून की शाम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। देर रात डॉ. जगमोहन उनके ब्लड प्रेशर की जांच कर रहे थे, लेकिन डिजिटल मशीन पर नहीं दिख पा रहा था। इस वजह से दूसरी मशीन से उनके ब्लड प्रेशर की जांच की गई। जब परिजनों को मशीन के ठीक से काम नहीं करने का पता चला तो वे डॉक्टर से बहस करने लगे। इसी दौरान देर रात राजबाला की मौत हो गई।
मौत से गुस्साए मृतका के पति जयपाल, बेटे शिवम व सत्यम ने डॉ. जगमोहन को थप्पड़ जड़ दिया और अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। अन्य डॉक्टरों ने साथी डॉक्टर की पिटाई का विरोध किया तो महिला के परिजनों ने उनसे भी हाथापाई शुरू कर दी। परिजनों के हमले से डॉ. राजेश व डॉ. प्रणय को मामूली चोटें आईं, जबकि डॉ. जगमोहन ने नर्स के रूम में घुसकर खुद को बचाया।