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एम्स के कैफेटेरिया में भोजन कर सकेंगे मरीज व तीमारदार

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में देश भर से इलाज के लिए पहुंचने वाले हजारों मरीजों व तीमारदारों के लिए अच्छी खबर है। संस्थान के कैफेटेरिया में उनके पर लगी रोक हटा ली गई है। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद एम्स प्रशासन ने एक बार फिर कैफेटेरिया के दरवाजे मरीजों व तीमारदारों के लिए खोल दिए हैं। इसलिए वे कैफेटेरिया में सस्ते रेट पर स्वच्छ व स्वादिष्ट भोजन का स्वाद ले सकेंगे। इससे मरीजों व तीमारदारों को बड़ी राहत मिलेगी।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 25 Jul 2019 06:28 AM (IST)
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एम्स के कैफेटेरिया में भोजन कर सकेंगे मरीज व तीमारदार

रणविजय सिंह, नई दिल्ली :

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में देश भर से इलाज के लिए पहुंचने वाले हजारों मरीजों व तीमारदारों के लिए अच्छी खबर है। संस्थान के कैफेटेरिया में उनपर लगी रोक हटा ली गई है। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद एम्स प्रशासन ने एक बार फिर कैफेटेरिया के दरवाजे मरीजों व तीमारदारों के लिए खोल दिए हैं।

दरअसल, एम्स ने तीन मंजिला कैफेटेरिया बनवाया है। हाल ही में बहुत कम किराये पर इसके संचालन का ठेका निजी कंपनी को दिया गया। उस वक्त कर्मचारियों द्वारा कड़ा विरोध करने पर एम्स प्रशासन का कहना था कि इस कैफेटेरिया का ठेका कम किराये पर इसलिए दिया गया है, ताकि ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे मरीज और तीमारदारों को भी सस्ते दाम पर स्वादिष्ट भोजन मिल सके। इसलिए खानपान की चीजों की कीमतें भी तय कर दी गई हैं। यह कैफेटेरिया शुरू होने पर मरीज व तीमारदारों के लिए भी खानपान की सुविधा थी। बाद में डॉक्टरों व कर्मचारियों की शिकायत पर एम्स प्रशासन ने कैफेटेरिया में मरीजों व तीमारदारों के खानपान पर रोक लगा दिया।

इस बाबत दैनिक जागरण के 17 जुलाई के अंक में 'डॉक्टर सगे, मरीज-तीमारदार सौतेले' शीर्षक से खबर प्रकाशित की गई थी। जिसमें यह मामला प्रकाश में आया। इसके बाद एम्स के कैफेटेरिया कमेटी की दोबारा बैठक बुलाई गई। जिसके बाद एम्स प्रशासन ने अपना फैसला वापस ले लिया है। अब कैफेटेरिया की पहली मंजिल पर कर्मचारियों व भूतल पर मरीजों व तीमारदारों के खानेपीने की व्यवस्था की गई है। बताया जा रहा है कि कैफेटेरिया की दूसरी मंजिल के हिस्से को बैठक, सम्मेलन जैसे विशेष अवसरों के लिए आरक्षित रखा गया है। खबर में यह बात भी लिखी गई थी कि मरीजों-तीमारदारों पर रोक लगाने के बजाय एम्स प्रशासन चाहता तो कैफेटेरिया का पहली व दूसरी मंजिल का हिस्सा डॉक्टरों व कर्मचारियों के लिए आरक्षित कर भूतल पर मरीजों-तीमारदारों की सुविधा बहाल रख सकता था।

प्रतिदिन पहुंचते हैं करीब 12 हजार मरीज

एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन करीब 12 हजार मरीज पहुंचते हैं। हर मरीज के साथ दो-चार तीमारदार होते हैं। ऐसे में संस्थान में प्रतिदिन 35 से 40 हजार लोगों का आवागमन होता है। यह देखा गया है कि करीब 40 फीसद मरीज दूसरे राज्यों से पहुंचते हैं।

18 रुपये का डोसा, 60 रुपये की थाली

कैफेटेरिया में सुबह नाश्ते में डोसा, सांभर वाडा सहित कई चीजें उपलब्ध होती हैं। मसाला डोसा सिर्फ 18 रुपये में उपलबध है। वहीं भोजन की थाली 60 रुपये में मिलती है। छोले चावल व राजमा चावल की कीमत 20 रुपये निर्धारित है। इसके अलावा वेज बिरयानी, चिकन बिरयानी सहित खानपान की 19 तरह की चीजें बेहद कम कीमत पर उपलब्ध होती हैं। इसका लाभ मरीजों को भी मिल सकेगा। देर आए दुरुस्त आए संपादकीय

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