दिल्ली-NCR में सक्रिय हैं हनीट्रैप के कई गैंग, इन तरीकों से बच सकते हैं आप
ज्यादातर मामलों में हनी ट्रैप से जुड़ी महिला पहले उस शख्स से दोस्ती करती है फिर दोस्ती की आड़ में शिकार बनाती हैं और बाद में उन्हें ब्लैकमेल तक करती हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। पुलिस प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर में हनीट्रैप के मामलों में लगातार इजाफा होता जा रहा है। ताजा मामले में दिल्ली में अब हनीट्रैप का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस हैरान करने वाले मामले में कुछ खूबसूरत युवतियों ने पहले तो एक कारोबारी से दोस्ती की फिर मौका देखकर उसका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया।
ब्लैकमेल कर उगाहे लाखों रुपये
जांच में जुटी पुलिस को पता चला है कि युवतियों ने कारोबारी को ब्लैकमेल करके 10 लाख रुपये तक वसूल लिए। पुलिस ने पिछले दिनों हनीट्रैप के इस गिरोह में शामिल 7 युवतियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हनीट्रैप के इस गैंग ने पिछले 4 साल के दौरान 60 अमीर लोगों से 10 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली कर चुका है।
फोन के जरिये बढ़ाई दोस्ती
पीड़ित कारोबारी के मुताबिक, कुछ युवतियों ने उससे फोन पर जान पहचान बढ़ाई। इसके बाद बातचीत का सिलसिला चलता रहा। इस बीच उन्होंने मिलने का ऑफर दिया तो कारोबारी मिलने चला गया। युवक की मानें तो उन्होंने बड़ी चालाकी से उसका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया।
एक दिन अचानक शुरू कर दी ब्लैकमेलिंग
पीड़ित कारोबारी ने बताया कि आपत्तिजनक वीडियो बनाने के बाद युवतियों ने शुरू में उससे 30 लाख रुपये मांगे। पीड़ित ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई तो सौदा 10 लाख रुपये में फाइनल हो गया।
कारोबारी ने अपने पिता से वसूले रुपये
पुलिस की मानें तो कारोबारी के पास युवतियों को देने के लिए पैसे नहीं थे तो उसने अपने पिता को फोन कर बताया कि उसका अपहरण हो गया है और अपहरणकर्ता 10 लाख की फिरौती मांग रहे हैं। वहीं, शक होने पर उसके पिता ने पुलिस को सारी जानकारी दे दी।
फिर पुलिस ने पूरे मामला का खुलासा करने का प्लान बनाया और सर्विलांस के जरिए 7 युवतियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की मानें तो गैंग में शामिल दो पुरुष और तीन युवतियां फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
जानिये क्या है हनीट्रैप का खेल
ज्यादातर मामलों में 'हनी ट्रैप' से जुड़ी महिला पहले उस शख्स से दोस्ती करती है फिर दोस्ती की आड़ में शिकार बनाती हैं और बाद में उन्हें ब्लैकमेल तक करती हैं। सेना से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ भी ऐसा ही होता है।
बता दें कि 'हनी ट्रैप' के जरिये एक महिला जासूस को बाकायदा जिम्मेदारी दी जाती है कि वह संबंधित अधिकारी, नेता या ऊंचे पदों पर बैठे व्यक्ति को अपने हुस्न के जाल में फंसाकर जरूरी सूचनाएं जुटाए। इसके लिए उसे जासूस महिला को बड़ी रकम भी दी जाती है। जहां तक दिल्ली-एनसीआर की बात है कि यहां पर ज्यादातर मामलों में पुरुषों को फंसाने के बाद उनके मोटी रकम वसूली जाती है।
- हनीट्रैप में फंसने पर घबराएं नहीं
- सबसे पहले यह सोचें कि अपराध आपने नहीं, बल्कि उन युवतियां या उस गैंग ने किया है
- सबसे पहले अपराध बोध त्यागें, सोचें आपने गलती की है गुनाह नहीं
- अनजान महिला का फोन बार-बार आने पर उसे ब्लॉक भी कर सकते हैं, ज्यादा परेशानी हो तो पुलिस को फोन करें