Move to Jagran APP

2 अक्टूबर से रेलवे में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन, केंद्रीय मंत्री ने किया एलान

पीयूष गोयल ने कहा कि पीएम मोदी के प्रयास से अब इसपर काम कर रहा है। मोदी के आह्वान पर 13 लाख रेल कर्मियों ने अपने दिल में बैठा लिया है। आज 6500 रेलवे स्टेशनों पर कार्यक्रम हो रहा है

By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 02 Oct 2019 02:24 PM (IST)
Hero Image
2 अक्टूबर से रेलवे में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन, केंद्रीय मंत्री ने किया एलान

नई दिल्ली, जेएनएन। Single use plastic ban in railway: रेल मंत्री पीयूष गोयल (current minister of Railways Piyush Goyal) ने महात्मा गांधी की 154वीं जयंती पर बुधवार (2 अक्टूबर) से रेलवे में एकल उपयोग प्लास्टिक बंद करने का एलान किया। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में रेल मंत्री पियूष गोयल ने कहा कि अन्य प्लास्टिक के सामान के लिए क्रशिंग मशीन लगाई जा रही हैं।

उन्होंने इस मौके पर कहा कि रेल की आलोचना होती है। बापू सबसे बड़े आलोचक थे। आलोचना से ही सुधार संभव है। शायद बापू 70-80 साल पहले जो आलोचना करते थे उसे सुधारने के लिए देशवासियों ने नरेंद्र मोदी का चुनाव किया है। प्रधानमंत्री की सलाह पर रेलवे लाइन के किनारे 150 नर्सरी विकसित की गई हैं।

वहीं, इस मौके पर अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांधी (Prime Minister Narendra Modi) के सपनों को पूरा करने के लिए परिश्रम कर रहे हैं। रेलवे भी उनके साथ स्वच्छ्ता के लिए काम कर रहा है। पांच साल पहले मोदी ने स्वछता मिशन शुरू किया था। स्वच्छ्ता को लेकर लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने का प्रयास किया था। लोगों ने स्वच्छ्ता को अपने जीवन में अपना लिया। बापू को 150वीं जयंती पर यह उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। बापू ने कहा था आजादी से ज्यादा जरूरी स्वच्छ्ता है। बापू के शब्दों को जमीन पर उतारने में देश ने काफी विलंब कर दिया है।

पीयूष गोयल ने कहा कि पीएम मोदी के प्रयास से अब इसपर काम कर रहा है। मोदी के आह्वान पर 13 लाख रेल कर्मियों ने अपने दिल में बैठा लिया है। आज 6500 रेलवे स्टेशनों पर कार्यक्रम हो रहा है। लोगों को दिखाया जा रहा है कि पांच वर्षों में स्टेशनों की सफाई व्यवस्था कितनी सुधरी है। लाल बहादुर शास्त्री का भी जन्मदिन है। वह देश के रेलमंत्री भी रहे हैं और उनका काम बाद के सभी रेल मंत्रियों के रोलमॉडल है।

प्रधानमंत्री ने पांच साल पहले रेल को लेकर जो विजन दिया था और स्वच्छ्ता को लेकर जो बापू के विचार थे उसे पूरा किया जाएगा। रेल को स्वच्छ्ता का रोलमॉडल बनाया जाएगा। रेलवे स्टेशनों पर 2500 दिव्यांगों के लिए शौचलय बनाए गए हैं।वैक्यूम टॉयलेट पर काम चल रहा है। जल्द आरडीएसओ इसका डिजायन फाइनल कर देगा।

दिल्ली-NCR की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक