Diwali 2019: इस दीपावली बन रहा अद्भुत संयोग, ऐसे पूजा करने से बरसेगा धन
विशेष यह कि इस बार दीपावली पर आनंदादि योगों में खास पद्म योग का संयोग बन रहा है जो माता लक्ष्मी की आराधना के लिए विशेष होता है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दीपावली की धूम हर जगह दिख रही है। सभी लोग अपने-अपने घरों की सफाई कर साज-सज्जा में जुटे हैं। यह दीपावली खास है क्योंकि इस बार पद्म संयोग बन रहा है जो मां लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें प्रसन्न करने में मदद करता है। आइए जानते हैं इस बार क्या खास है और कैसे करें इस बार पूजा जिससे आपको मिलेगी धन-संपदा।
माता की अराधना से मिलती है सफलता
कार्तिक अमावस्या तिथि 27 अक्टूबर को सुबह 11.51 बजे लग रही है, जो 28 को सुबह 9.43 बजे तक होगी। 27 को दीपावली मनाई जाएगी और दूसरे दिन 28 को सोमवती अमावस्या पर स्नान-दान का किए जाएंगे। विशेष यह कि इस बार दीपावली पर आनंदादि योगों में खास पद्म योग का संयोग बन रहा है, जो माता लक्ष्मी की आराधना के लिए विशेष होता है।
ये है पूजन मुहूर्त
ख्यात ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार श्रीसमृद्धि की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी को पद्म यानी कमल बेहद प्रिय है। पूजन का प्रमुख काल प्रदोष काल माना जाता है। इसमें स्थिर लग्न की प्रधानता मानी जाती है। अत: दीपावली पर पूजन का शुभ मुहर्त 27 अक्टूबर को स्थिर लग्न वृष शाम 6.46 से 8.42 बजे तक होगा। इस बार पूजन के समय भी पद्म योग महालक्ष्मी की प्रसन्नता में चार चांद लगाने वाला होगा।
ऐसे करें पूजा
लाल वस्त्र आसन पर लक्ष्मी-गणोश, कुबेर-इंद्र की प्रतिमा या यंत्र स्थापित कर पंचोपचार या षोडशोपचार पूजन करें। भगवती लक्ष्मी की प्रसन्नता व कृपा प्राप्त करने के लिए बेल की लकड़ी, बेल की पत्ती व बेल के फल से हवन करना चाहिए। इसके अलावा कमल पुष्प व कमल गट्टा से किया गया हवन विशेष फलदायी होता है। ओम् श्रीं श्रीयै नम:, ओम् श्रीं ह्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, श्रीं ह्रीं श्रीं, ओम महालक्ष्मै नम:, इन मंत्रों से पूजन करने से महालक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। दीपावली पर श्रीसूक्तम का 16 बार पाठ और बेल की लकड़ी पर देशी घी से हवन लक्ष्मी कामना पूर्ण करने वाला है।