Air Pollution: हवाओं की रफ्तार तेज होने से स्थिति में सुधार होगा
Air Pollution प्रदूषण व धुएं की काली धुंध से घिरे पश्चिमोत्तर राज्य पंजाब हरियाणा दिल्ली राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लोगों को पार पाने में अभी कुछ और दिन लग सकते हैं।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 03 Nov 2019 08:46 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। Air Pollution in Delhi NCR: प्रदूषण व धुएं की काली धुंध से घिरे पश्चिमोत्तर राज्य पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लोगों को पार पाने में अभी कुछ और दिन लग सकते हैं। मानव जनित इस संकट से उबारने का बड़ा दारोमदार प्रकृति के ताजा रुख पर निर्भर करेगा। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के ऊपरी हिस्से में बन रहे पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) से बड़ी उम्मीदें हैं।
हल्की बारिश और हवा से नहीं मिली राहतपश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पहाड़ों से लेकर पंजाब, हरियाणा और पूरे एनसीआर में शनिवार की शाम और रविवार की सुबह कहीं-कहीं हलकी बारिश हुई। हवायें भी कुछ तेज चली, जिसके चलते एनसीआर के लोगों को राहत मिलने की जगह औद्योगिक व पराली के धुएं का धुंध और घना हो गया।
घने कोहरे के कारण छाया है अंधेरा
मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉक्टर रंजीत सिंह के मुताबिक प्रदूषण से बने घने कोहरे की चादर पंजाब से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के आखिरी छोर तक 800 किमी तक छा गया है। यह केवल राष्ट्रीय राजधानी प्रक्षेत्र (एनसीआर) तक सीमित नहीं है। रविवार को दिनभर घने कोहरे के चलते अंधकार छाया रहा। सिंह के मुताबिक तेज हवाओं के चलने से धान की पराली का अधिक से अधिक धुआं यहां पहुंच गया है।
छह नवंबर से राहत मिलने के आसार
सिंह के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के चलते अब और हवाओं की रफ्तार तेज होने से स्थितियों में सुधार होगा, लेकिन इसमें समय लगेगा। शिमला, चंडीगढ़ और राजधानी दिल्ली से लेकर पूरे एनसीआर में छह नवंबर से अगले चार पांच दिनों तक तेज हवाओं के साथ बारिश का अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक चार नवंबर को एनसीआर में हवाओं की रफ्तार तेज होगी, जिससे धुंध के छंटने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के असर से चंडीगढ़ और पंजाब में धुएं का प्रकोप कम हुआ है।
पंजाब और राजस्थाने के सीएम ने कहा सभी को आना होगा साथउधर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से आगे बढ़कर संबंधित राज्यों की बैठक बुलाने को कहा है। गहलोत ने ट्विट संदेश कहा 'रविवार को दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण का स्तर अत्यंत गंभीर हो गया है। इस गंभीर चुनौती से केवल दिल्ली सरकार अकेले नहीं निपट सकती है। इसमें सभी लोगों को एक साथ आना होगा।' कैप्टन सिंह ने केंद्र को पत्र लिखकर पराली प्रबंधन के लिए किसानों की मदद करने की गुहार लगाई है।
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