Pollution in Delhi-NCR : संसद में लगातार दूसरे दिन होगी चर्चा, जारी है आरोप-प्रत्यारोप का दौर
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के मुद्दे पर लगातार दूसरे दिन लोकसभा में चर्चा होगी।
By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 20 Nov 2019 01:06 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के मुद्दे पर लगातार दूसरे दिन लोकसभा में चर्चा होगी। इससे पहले प्रदूषण पर मंगलवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पानी छिड़कने के लिए स्प्रिंक्लर खरीदने तक के लिए आप सरकार से पैसा नहीं मिला। यह काम तब हुआ जब केंद्र की मोदी सरकार ने 100 करोड़ रुपये दिए। दिल्ली में ऑड-इवेन में सैकड़ों करोड़ रुपये के जरिये अपना प्रचार किया गया, लेकिन कंस्ट्रक्शन साइट को लेकर कोई नियम-कानून नहीं बनाया गया। दिल्ली में कूड़े के पहाड़ से मुक्ति के लिए भी राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
भाजपा सदस्यों की ओर से राजनीति कुछ इस कदर हुई कि केजरीवाल सरकार को कठघरे में खड़ा करने के लिए कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार की प्रशंसा भी की गई। दिल्ली सरकार का बचाव करने के लिए भगवंत मान मौजूद नहीं थे। प्रवेश वर्मा ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि मान अपनी खाल बचाने के लिए गैरहाजिर हैं। दरअसल, दिल्ली सरकार पंजाब और हरियाणा को दोषी ठहरा रही है और भगवंत मान न केवल पंजाब से आते हैं बल्कि उनके क्षेत्रों में किसानों ने पराली जलाई है। वह बताएं कि दिल्ली सरकार कितना सही बोल रही है। यह चर्चा हालांकि पूरे पर्यावरण को लेकर थी, लेकिन यह दिल्ली पर सिमट कर रह गई। मनीष तिवारी, पिनाकी मिश्र, संजय जायसवाल जैसे कुछ नेताओं ने इसे राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में देखने की कोशिश की। चर्चा का जवाब पर्यावरण मंत्री जावडेकर संभवत: बृहस्पतिवार को देंगे।
वहीं, कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार व दिल्ली की आप सरकार प्रदूषण को लेकर बिल्कुल गंभीर नही है। लालजी देसाई प्रगति मैदान के पास भैरो रोड पर मास्क बांट रहे थे। उनके साथ सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार और पूर्व महापौर फरहाद सूरी भी मौजूद थे। इन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्कूलों में 6 से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को मास्क बांटने के लिए 10 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की गई है जबकि दूसरी ओर दिल्ली में जानलेवा प्रदूषण ङोल रही जनता को गुमराह करने के लिए केजरीवाल सरकार ने अपने प्रचार पर 40 करोड़ रुपये की राशि खर्च की है। मास्कों की खरीद और इनका वितरण दोनों पूरी तरह से संदेह के घेरे में है। करीब साढ़े चार हजार मास्क बांटे गए। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कांग्रेस ने प्रोफेशनल ग्रुप एलाइन फॉर कांग्रेस एवं प्रोफेशनल कांग्रेस को ये जिम्मेवारी सौंपी है।
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