परी चौक से जेवर एयरपोर्ट तक 30 किलोमीटर मेट्रो लाइट के सर्वे का काम पूरा, जानें रूट
अधिकारियों के मुताबिक 30 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर का टेक्नो-फिजीबिल्टी टेस्ट पूरा कर लिया गया है। इसकी रिपोर्ट यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को सौंपी जाएगी।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 24 Nov 2019 03:59 PM (IST)
नोएडा, जागरण संवाददाता। परी चौक से जेवर एयरपोर्ट तक प्रस्तावित 30 किलोमीटर मेट्रो सर्वे का काम नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) ने पूरा कर लिया है। सरकार को लाइट मेट्रो का संचालन का सुझाव दिया गया है। इससे मेट्रो रूट निर्माण का खर्च एक तिहाई कम होगा। प्रदेश सरकार जल्द जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के लिए प्रथम चरण का निर्माण कार्य शुरू करने जा रही है, इसलिए लाइट मेट्रो विस्तार के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) फंड खर्च कर सकता है।
प्रस्तावित कॉरिडोर पूरी तरह एलिवेटेड होगा अधिकारियों के मुताबिक 30 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर का टेक्नो-फिजीबिल्टी टेस्ट पूरा कर लिया गया है। इसकी रिपोर्ट यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को सौंपी जाएगी। प्रस्तावित कॉरिडोर परी पूरी तरह से एलिवेटेड होगा। इसमें तीन किलोमीटर का हिस्सा एयरपोर्ट परिसर के अंदर ही होगा।
इन रास्तों से गुजरेगी मेट्रो यह कॉरिडोर सेक्टर 17, 17ए, 18, 20, 21, 22बी, 22ए, 28 और 29 से होकर गुजरेगा। वर्ष 2023 में प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान भरी जानी है। यहां तक मेट्रो कनेक्टिविटी एक्वा लाइन से होगी। इसके लिए एनएमआरसी दोबारा से डीपीआर बनाने का काम कर रही है। इसमें स्टेशनों की संख्या कम करने के साथ यात्रियों की सुविधा पर विशेष जोर रहेगा।
20 फीसद कम खर्च आएगी लाइट मेट्रो परलाइट मेट्रो चलने से वर्तमान लागत से करीब 20 फीसद कम खर्चा आएगा। वर्तमान में जो मेट्रो चल रही है उसकी एलिवेटेड लाइन बिछाने में एक किलोमीटर पर 250 से 350 करोड़ रुपये का खर्च आता है।NMRC ने कहाएनएमआरसी की ओर से प्रदेश सरकार को लाइट मेट्रो का विकल्प दिया गया है और केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित लाइट मेट्रो के मानकों को लेकर काम किया जा रहा है। जल्द डीपीआर होगी तैयार।
पीडी उपाध्याय, कार्यकारी निदेशक, एनएमआरसीलाइट मेट्रो की विशेषताएं
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- लाइट मेट्रो में तीन कोच होंगे
- एक कोच में सिर्फ 300 लोग सफर कर सकेंगे।
- लाइट मेट्रो की अधिकतम रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी।
- लाइट मेट्रो चलाने में तीन गुना कम लागत यानि 100 करोड़ रुपये से भी कम आएगी।
- लाइट मेट्रो में टिकट ट्रेन के गेट पर लगे सेंसर पर स्वेप किया जाएगा।
- लाइट मेट्रो के अंदर जो भी बगैर टिकट पकड़ा जाएगा उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।