DTC बस में तैनात मार्शल और कंडक्टर को हर कोई कर रहा सलाम, पेश की बहादुरी की मिशाल
अरुण कहते हैं कि अपने लिए तो सब जीते हैं दूसरों के लिए भी जीना चाहिए। मैं इसी सिद्धांत पर जीवन जीना चाहता हूं। शायद इसीलिए भगवान ने मुझे इस नेक काम के लिए चुना।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Tue, 26 Nov 2019 10:01 AM (IST)