JNU Students Protest: युवा छात्र का तंज 'आजादी चाहिए तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हैं'
JNU Students Protestसिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे रजत श्रीवास्तव ने कहा कि हम जेएनयू या इसके छात्रों के विरोध में नहीं हैं लेकिन आजादी का नारा गलत है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन द्वारा बढ़ाई गई छात्रवास की फीस के खिलाफ छात्र संघ ने कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क पर मार्च निकाला और मानव श्रृंखला बनाई। इसमें छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष, उपाध्यक्ष साकेत मून व महासचिव सतीश चंद्र यादव मौजूद थे। शाम 4 बजे संस्थान के छात्र राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 5 पर जुटने लगे और इसके बाद सेंट्रल पार्क के पास चक्कर काटते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन एवं केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इसी बीच कुछ युवाओं ने भी छात्र संघ एवं संस्थान के छात्रों के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। अतिसंवेदनशील माने जाने वाले कनॉट प्लेस में गहमागहमी का माहौल नजर आने लगा। पुलिस के सिपाही एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान भी जेएनयू के छात्रों के मार्च के साथ ही चल रहे थे।
युवाओं के समूह ने किया विरोध
शाम 5.30 बजे राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 5 से थोड़ी दूर 15 से 20 युवाओं ने जेएनयू के छात्रों के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। हालांकि, पुलिस ने मामले को संभालते हुए इन युवाओं को संस्थान के छात्रों से दूर रखा और कुछ देर बाद इन्हें कहीं और जाने के लिए कह दिया। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे रजत श्रीवास्तव ने कहा कि हम जेएनयू या इसके छात्रों के विरोध में नहीं हैं। कुछ छात्र बेमतलब की आजादी की हमेशा करते रहते हैं, मेरा सवाल है कि इन्हें किस चीज से आजादी चाहिए। अगर इन्हें इतनी ही आजादी चाहिए तो यह पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हैं। प्रदर्शन के नाम पर मेट्रो व सड़क जाम करना बिल्कुल भी उचित नहीं है। साथ ही इन युवाओं ने वंदे मातरम और जय श्रीराम के भी नारे लगाए। इन युवाओं ने खुद को किसी भी संगठन के साथ जुड़े होने से इनकार किया।
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