Move to Jagran APP

Onions Rate: जानें विदेशी प्याज के आने के बाद भी क्यों नहीं सस्ते हो रहे दाम

Onions Rate जानें विदेशी प्याज के आने के बाद भी प्याज के दामों में कमी क्यों नहीं आ रही है।

By Pooja SinghEdited By: Updated: Sat, 28 Dec 2019 02:51 PM (IST)
Hero Image
Onions Rate: जानें विदेशी प्याज के आने के बाद भी क्यों नहीं सस्ते हो रहे दाम

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। प्याज दो-तीन महीने से आम लोगों को रुला रहा है। विदेशी प्याज के आने के बावजूद दामों में कोई कमी नहीं आ रही है। शुक्रवार को प्याज की खुदरा बाजारों में कीमत अधिकतम 120 व न्यूनतम 100 रुपये प्रति किलो रहा, जबकि थोक में यही प्याज 60 से 80 रुपये प्रति किलो में बिका। वहीं अफगानिस्तान से आए प्याज उपभोक्ताओं के स्वाद पर खरे नहीं उतर रहे हैं। प्याज के कारोबारियों ने बताया कि अफगानिस्तान से आए प्याज की मांग खुदरा बाजारों में देशी प्याज के मुकाबले कम है। लोग देशी प्याज की मांग अधिक कर रहे हैं।

चौधरी हीरा सिंह आजादपुर स्थित सब्जी मंडी में शुक्रवार को देशी और विदेशी प्याज मिलाकर करीब 1100 टन से अधिक की आवक हुई, जिसमें से अफगानिस्तान से छह सौ टन कारोबारियों ने मंगाए थे, वहीं गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र व राजस्थान से 510 टन की आवक हुई। इसमें से एक हजार टन का शुक्रवार को कारोबार हुआ। प्याज मर्चेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि यदि पांच से छह दिनों में बारिश नही होती है तो प्याज की कीमत एक सप्ताह के बाद सामान्य हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस समय देशी प्याज की आवक मंडी में 300 से 350 क्विंटल है, जो दो तीन माह पहले की तुलना में अधिक है धीरे-धीरे आवक बढ़ रही है।

विदेशी प्याज की कीमत कम पर मांग नहीं

कारोबारियों ने बताया कि अफगानिस्तान के प्याज देसी प्याज के मुकाबल आधी कीमत में बिक रहे हैं। शुक्रवार को आजादपुर मंडी में छह सौ टन अफगानिस्तान के प्याज की आवक हुई। इसमें लाल व पीले रंग के दो तरह के प्याज थे। लाल प्याज की कीमत थोक में 35 रुपये प्रति किलो और पीले की 45 रुपये प्रति किलो थी, जबकि खुदरा बाजारों में यही प्याज 40 से 60 रुपये प्रति किलो में बिका।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।