द्वारका सड़क हादसे में आरोपित ने किया खुलासा, 'दोस्तों के साथ मस्ती के लिए निकला था'
मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को कार के नंबर से बहुत मदद मिली। पुलिस ने नंबर के आधार पर कार के मालिक का पता किया लेकिन जिस व्यक्ति के नाम पर यह कार थी वह कार को बेच चुका था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। द्वारका साउथ थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार कार की टक्कर से सड़क पार कर रहे सेवानिवृत्त ग्रुप कैप्टन अमरदीप सिंह (69) व उनकी पत्नी रजनी गिल (47) की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपित कार चालक को गिरफ्तार कर कार को जब्त कर लिया है। आरोपित की पहचान यतिन के रूप में हुई।
पार्टी से लौट रहे थे दंपती
पुलिस के मुताबिक हादसा 25 दिसंबर को देर रात द्वारका सेक्टर सात स्थित एयरफोर्स एंड नेवल आफिसर्स सोसायटी के बाहर सड़क संख्या- 224 पर तब हुई जब दंपती एक कार्यक्रम से कैब में सवार होकर घर लौट रहे थे।
मुख्य चौराहा पार करते समय हुआ हादसा
सोसायटी से थोड़ी दूर पहले ही वे कैब से उतर गए। सोसायटी परिसर में आने के लिए जब वे मुख्य सड़क का चौराहा पार कर रहे थे, तभी लाल रंग की तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। पुलिस के अनुसार कार ने जब टक्कर मारी, तभी वहां से गुजर रहे एक कार चालक ने हादसे को देखा और पुलिस को मामले की जानकारी दी।
दूसरे कार चालक ने पीछा कर नंबर पुलिस को दिया
उस शख्स ने कार का पीछा किया और नंबर नोट कर लिया। उधर, मौके के पास मौजूद सोसायटी के गार्ड व वहां से गुजर रहे लोगों ने अमरदीप व रजनी को अस्पताल पहुंचाया, जहां अमरदीप को मृत घोषित कर दिया गया। बृहस्पतिवार देर रात रजनी ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
कार से नंबर से मालिक का लगा पता
मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को कार के नंबर से बहुत मदद मिली। पुलिस ने नंबर के आधार पर कार के मालिक का पता किया, लेकिन जिस व्यक्ति के नाम पर यह कार थी, वह कार को बेच चुका था। यह कार कई बार बेची गई है। आखिर में पुलिस ने कार के असली मालिक का पता लगा ही लिया। पुलिस को पता चला कि दुर्घटना वाले दिन कार यतिन चला रहा था। इसके बाद पुलिस ने उसे विकासपुरी इलाके से गिरफ्तार कर लिया। यतिन पत्रचार माध्यम से बीबीए की पढ़ाई कर रहा है।
कार का सामने का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त
पुलिस के अनुसार कार ने सामने से दंपती को टक्कर मारी। कार के सामने का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। आरोपित ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह दोस्त के साथ विकासपुरी स्थित अपने घर लौट रहा था। कार में यतिन के दोस्त भी थे। इन्होंने सीधे रास्ते के बजाय लंबा रास्ता सफर के लिए चुना, ताकि द्वारका के अधिक से अधिक इलाके से गुजर सकें।