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गृह मंत्रालय के पास 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के बारे में कोई सूचना नहीं, फिर क्‍यों हैं इस शब्‍द पर विवाद!

टुकडे-टुकडे गैंग का इस्तेमाल आमतौर पर दक्षिणपंथी दल वाम समर्थित समूहों और उनके समर्थकों पर हमला करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

By Tilak RajEdited By: Updated: Tue, 21 Jan 2020 09:22 AM (IST)
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गृह मंत्रालय के पास 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के बारे में कोई सूचना नहीं, फिर क्‍यों हैं इस शब्‍द पर विवाद!
नई दिल्ली, आइएएनएस। गृह मंत्रालय ने कहा है कि उसके पास 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के बारे में कोई सूचना नहीं है। मंत्रालय ने एक आरटीआइ कार्यकर्ता की तरफ से सूचना का अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में ये बातें कहीं। बता दें कि 'टुकडे-टुकडे गैंग' का इस्तेमाल आमतौर पर दक्षिणपंथी दल, वाम समर्थित समूहों और उनके समर्थकों पर हमला करने के लिए प्रयोग किया जाता है। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में कथित रूप से राष्ट्र विरोधी नारे लगाए थे, इसके बाद से ही 'टुकडे-टुकडे गैंग' को लेकर विवाद बढ़ता चला गया।

साकेत गोखले ने मंत्रालय से 26 दिसंबर को आरटीआइ आवेदन के जरिये 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के बारे में जानकारी मांगी थी। उनका दावा है कि गृह मंत्रालय ने इस विषय पर किसी भी जानकारी उपलब्ध होने से इन्कार किया है। गोखले ने अपने ट्विटर हैंडल से इस आशय की सूचना साझा की है। साथ ही उन्होंने गृहमंत्रालय की तरफ से सोमवार को दिए गए जवाब की कापी भी पोस्ट की है।

गोखले के अनुसार, 'गृह मंत्रालय के पास टुकड़े-टुकड़े गैंग के बारे में कोई जानकारी नहीं है।' गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि खुफिया एजेंसी की तरफ से दी गई किसी रिपोर्ट में 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का कभी उल्लेख नहीं किया गया है। हालांकि, उन्होंने आरटीआइ आवेदन पर भी संदेह जताया है।