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ATLAS कंपनी के ज्वाइंट वीपी की पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत, आत्महत्या का शक

Delhi जांच में जुटी पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है वहीं पुलिस सुसाइड नोट की सत्यतता जाने की कोशिश में जुट गई है।

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 23 Jan 2020 12:49 PM (IST)
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ATLAS कंपनी के ज्वाइंट वीपी की पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत, आत्महत्या का शक
नई दिल्ली, एएनआइ। Crime in Delhi : साइकिल कंपनी एटलस के ज्वाइंट वाइस प्रेसिडेंट (वीपी) संजय कपूर की पत्नी नताशा कपूर (57) की मंगलवार दोपहर संदिग्ध हालात में मौत हो गई। लुटियंस दिल्ली में औरंगजेब लेन स्थित घर में उनका शव पंखे से लटका हुआ मिला। शुरुआती जांच में पुलिस इसे खुदकशी बता रही है, लेकिन कमरे का दरवाजा खुला होने की वजह से पुलिस इसे संदिग्ध मानकर विभिन्न दृष्टिकोण से मामले की जांच कर रही है। पुलिस को कमरे के अंदर बने मंदिर से एक पत्र मिला है। इसमें लिखा है कि वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं थीं। नई दिल्ली के तुगलक रोड थाना पुलिस जांच कर रही है। गंगाराम अस्पताल में बुधवार को शव का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद स्वजन ने लोधी रोड स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।

पुलिस को मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे घटना के बारे में सूचना मिली थी। बेटे सिद्धांत ने पुलिस को बताया कि उसने मां के मोबाइल पर कई बार फोन किया था। वह दोपहर के भोजन के लिए डाइनिंग हॉल में आने के लिए बुला रहे थे। जब वह उनके कमरे के पास गए, तो दरवाजा थोड़ा खुला हुआ था। कमरे में उनका शव दुपट्टे के सहारे पंखे से लटका हुआ था।

डीसीपी (नई दिल्ली) ईश सिंघल ने बताया कि आत्महत्या के पीछे के कारण का पता लगाने के लिए पूछताछ शुरू की गई है। क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक टीम सबूत एकत्र करने के लिए मौके पर पहुंची। मौके से पुलिस को हाथ से लिखा एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। नताशा कपूर के पति संजय भी उसी घर में रहते हैं, लेकिन घटना के समय वह घर में मौजूद नहीं थे।

पुलिस अब नताशा कपूर के मेडिकल इतिहास के बारे में और परिजन से उनकी अंतिम बातचीत के बारे में पूछताछ करेगी। उनके फोन को यह पता लगाने के लिए स्कैन किया जाएगा कि उन्होंने आत्महत्या करने से पहले किसी से बात की थी या नहीं।

सुसाइड नोट की हो रही गहराई से जांच

पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें लिखा है कि ‘वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं थीं। कुछ बात ऐसी हैं जो नहीं बता सकतीं। बच्चों का ख्याल रखना।’ ऐसे में पुलिस अधिकारियों के मन में भी सवाल खटकने शुरू हो गए हैं कि आखिर ऐसे कौन से कारण थे, जिनसे वह इतनी परेशान थीं। हालांकि वह बच्चों की तरफ से परेशान नहीं थीं, क्योंकि सुसाइड नोट में लिखा है कि बच्चों का ख्याल रखना। 

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