चंद सकेंड में मचने वाली थी तबाही, तभी पहुंची दिल्ली पुलिस, पढ़िए सांसे थमा देने वाली स्टोरी
यशपाल भाटी दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर स्पेशल सेल में तैनात हैं। इन्हें राष्ट्रपति 26 जनवरी को सम्मानित करेंगे। इन्हें राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक मिलेगा।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 26 Jan 2020 09:31 PM (IST)
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। ग्रेटर नोएडा के डाबरा गांव के रहने वाले यशपाल भाटी को राष्ट्रपति का पुलिस वीरता पदक (गैलेंट्री अवॉर्ड) मिलेगा। गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर राष्ट्रपति उन्हें पुरस्कृत करेंगे। यशपाल भाटी दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर स्पेशल सेल में तैनात हैं। दिल्ली पुलिस के साथ-साथ उन्होंने ग्रेटर नोएडा का भी नाम रोशन किया है।
इस कारण मिल रहा अवार्डउन्होंने 25 नवंबर, 2018 को जान की बाजी लगाते हुए जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में बड़ा आत्मघाती हमला करने की फिराक में जुटे तीन दुर्दात आतंकियों को गिरफ्तार किया था। दिल्ली स्पेशल सेल को आतंकियों की मंशा की भनक लग गई।
यशपाल के नेतृत्व में बनी टीमइसके बाद डीसीपी प्रमोद कुशवाहा, एसीपी ललित मोहन नेगी व हृदय भूषण के नेतृत्व में टीम बनी। ऑपरेशन के लीड की जिम्मेदारी यशपाल भाटी को सौंपी गई। दिल्ली से यशपाल भाटी के नेतृत्व में सुनील, सुंदर गौतम, गुलाब सिंह, ब्रजपाल ठाकुर व विनोद बडोला आदि पुलिस कर्मियों का दल श्रीनगर पहुंचा।
चंद सेकेंड में मचने वाली थी तबाहीआतंकी श्रीनगर स्थित पर्यटन सूचना केंद्र को बम से उड़ाने के लिए सेंटर के करीब पहुंच चुके थे और ग्रेनेड की पिन खोलकर उसे सेंटर की इमारत पर फेंकने ही वाले थे कि यशपाल और उनकी टीम के जवान अदम्य साहस का परिचय देते हुए आतंकियों से भिड़ गए। यशपाल ने जान की परवाह किए बिना आतंकी के हाथ में पकड़े ग्रेनेड को दबोचे रखा और उसके मंसूबों को नाकाम कर दिया।
तीन आतंकी को पकड़ने में मिली सफलताजम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ हुए इस ऑपरेशन में तीन आतंकी ताहिर अली खान, हारिस मुमताज व आसिफ सुहैल को पकड़ा। पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर सेना के साथ मिलकर सात आतंकियों को और गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा चार बंकर ध्वस्त किए। यशपाल भाटी 1998 में दिल्ली पुलिस में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे।दिल्ली-एनसीआर की खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।