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Beating Retreat 2020: बीटिंग रिट्रीट पर पहली बार वंदे मातरम्, जानिए और क्या रहा खास

Beating Retreat 2020 विजय चौक पारंपरिक धुन पर तीनों सेनाओं की धुन बजाई जा रही है। समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पीएम मोदी उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू मौजूद हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Updated: Wed, 29 Jan 2020 07:57 PM (IST)
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Beating Retreat 2020: बीटिंग रिट्रीट पर पहली बार वंदे मातरम्, जानिए और क्या रहा खास

नई दिल्ली, एएनआइ। देश की राजधानी दिल्ली में हर वर्ष गणतंत्र दिवस के बाद 29 जनवरी की शाम को 'बीटिंग द रिट्रीट' (Beating The Retreat) सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। रायसीना रोड पर राष्ट्रपति भवन के सामने इसका प्रदर्शन किया जा रहा है।

चार दिनों तक चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह का समापन बीटिंग रिट्रीट के साथ ही होता है। 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस समारोह की तरह Beating Retreat कार्यक्रम भी देखने लायक होता है।

Beating Retreat 2020 :

- बीटिंग रिट्रीट समारोह का समापन हो गया है। सेना की सभी टुकड़िया बैंड बाजे के साथ अपने बैरक पर वापस चली गई हैं। राष्ट्रपति भवन, संसद भवन और कई अन्य सरकारी इमारतों को सुंदर लाइटों से सजाया गया है।

- बीटिंग रिट्रीट के समापन के बाद रायसीना हिल को तिरंगे की लाइटों से नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को सजाया गया है।

- बीटिंग रिट्रीट के चलते दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त एनएस बुंदेला के अनुसार बुधवार रात साढ़े नौ बजे तक विजय चौक आम लोगों के लिए बंद रहेगा।

- समारोह के चलते कई मार्ग बंद किए गए हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को इन मार्गों से बचने की सलाद दी है।

- विजय चौक पारंपरिक धुन पर तीनों सेनाओं की धुन बजाई जा रही है। समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम माथुर मौजूद हैं। 

- बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में सेना का बैंड मार्च वापस जाते समय 'सारे जहां से अच्‍छा हिंदोस्तां...' की धुन बजाई जाती है।

- बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी बहुत पुरानी परंपरा है। इसे सूरज ढलने के बाद मनाते हैं। भारत में बीटिंग रिट्रीट की शुरुआत साल 1950 में हुई थी। 

- 1950 के बाद बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम को दो बार रद करना पड़ा था। पहली बार 26 जनवरी 2001 को गुजरात में आए भूकंप के कारण और दूसरी बार 27 जनवरी 2009 को 8 वें राष्ट्रपति वेंकटरमन का लंबी बीमारी के बाद निधन होने के कारण रद हुआ था।

- विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह हो रहा है। समारोह भारतीय सशस्त्र बलों के तीन विंगों द्वारा किया जा रहा है।

- 'Beating The Retreat Ceremony' सेना की बैरक वापसी का प्रतीक है। दुनियाभर में बीटिंग रिट्रीट की परंपरा रही है। लड़ाई के दौरान सेनाएं सूर्यास्त होने पर हथियार रखकर अपने कैंप में जाती थीं, तब एक संगीतमय समारोह होता था, इसे बीटिंग रिट्रीट कहा जाता है।

- विजय चौक पर राष्ट्रपति के आते ही उन्हें नेशनल सैल्यूट दिया गया। इसी दौरान तिरंगा फैराने के साथ राष्ट्रगान जन गण मन किया गया। इसके साथ ही थल सेना, वायु सेना और नौसेना, तीनों के बैंड मिलकर पारंपरिक धुन के साथ मार्च कर रहे हैं।

- राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद भी विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह के लिए पहुंचे चुके हैं।

- बीटिंग रिट्रीट पर पहली बार वंदे मातरम की धुन बजाई गई।

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीटिंग रिट्रीट समारोह के लिए विजय चौक पहुंचे हुए हैं।