Jamia Firing Issue: हिंदूवादी युवक नेताओं की हत्या से आहत था नाबालिग, पूछताछ में खुलासा
Jamia Firing Issue गोली चलाने वाला नाबालिग देशभर में सीएए विरोधी प्रदर्शनों और हिंदूवादी युवा नेताओं की हत्या किए जाने से आहत था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Jamia Firing Issue : दक्षिण दिल्ली के जामिया इलाके में बृहस्पतिवार को नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (National Register of Citizens) के विरोध में निकाले गए मार्च के दौरान गोली चलाने वाला नाबालिग देशभर में सीएए विरोधी प्रदर्शनों और हिंदूवादी युवा नेताओं की हत्या किए जाने से आहत था।
10,000 रुपये में खरीदा था तमंचा
यही कारण था कि उसने बदले की भावना से अपने गांव के एक शख्स की मदद से 10 हजार रुपये में तमंचा खरीदा था और दिल्ली आ गया था। हालांकि पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसकी मंशा किसी को गोली मारने की नहीं थी। वह हवा में गोली चलाना चाहता था। लेकिन उससे फायर हो गया। इसका उसे पछतावा भी नहीं है। उधर, पुलिस द्वारा नाबालिग को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने शुक्रवार को प्रस्तुत किया गया। जहां से उसे 28 दिन के लिए सुधार गृह भेज दिया गया।
सर्जिकल स्ट्राइक का मजाक उड़ाने वालों को मानता था विदेशी एजेंट
पुलिस के मुताबिक, आरोपित सीएए के विरोध में प्रदर्शन के लिए केवल एक ही समुदाय के लोगों को जिम्मेदार मानता है। वह शरजील इमाम जैसे भाषण देने वालों और सर्जिकल स्ट्राइक का मजाक उड़ाने वालों को विदेशी एजेंट मानता है। वह सोशल मीडिया पर लगातार कट्टरवादी वीडियो देखता था। वह 26 जनवरी 2018 को कासगंज में निकाली गई तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन की हत्या व गत वर्ष अक्टूबर में लखनऊ में हुई हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या से खासा आहत था। कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार से भी वह गुस्से में था। फिलहाल क्राइम ब्रांच यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नाबालिग को इस तरह की घटना को अंजाम देने के लिए किसी ने उकसाया तो नहीं था।
प्रदर्शन के दौरान नाबालिग ने चलाई थी गोली
दरअसल, जामिया इलाके में आरोपित नाबालिग द्वारा चलाई गई गोली से प्रदर्शन कर रहा जामिया का एक छात्र घायल हो गया था। गोली चलाने का आरोपित जेवर स्थित घर से बहाना बनाकर बस से दिल्ली आया था। फिर ऑटो से जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय पहुंच गया था। यहां पर वह प्रदर्शनकारियों के साथ कुछ समय तक रहा। एकाएक वह कट्टा निकाल प्रदर्शनकारियों के बीच खड़ा हो गया। इसी दौरान गोली चल गई।
17 साल 9 महीने 23 दिन का है आरोपित
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्वजनों द्वारा पेश किए गए आधार कार्ड और आरोपित के 10वीं के प्रमाणपत्र में उसकी उम्र 17 साल 9 महीने 23 दिन है। लिहाजा दिल्ली पुलिस ने जेजे बोर्ड के सामने उसकी सही उम्र का पता लगाने के लिए अस्थि परिशोधन टेस्ट करवाने का आग्रह किया है।
जामिया गोलीकांड के विरोध में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन
जामिया में हुई गोली की घटना के विरोध में शुक्रवार को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया द्वारा जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अनुराग ठाकुर ने विवादित बयान दिया है। इस वजह से जामिया में गोली की घटना हुई है। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के विरोध में भी नारेबाजी की।
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