स्पेशल सेल ने बवानिया गिरोह के 50 हजार रुपये के इनामी को किया गिरफ्तार
स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि 30 जनवरी को अतुल के बारे में सूचना मिली कि बदमाश मदनगीर इलाके में आने वाला है। जिसके बाद टीम बना कर गिरफ्तारी की गई।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अशोक प्रधान-राजेश बवानिया गिरोह के इनामी बदमाश अतुल उर्फ ढिल्लू को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। आरोपित दिल्ली के नजफगढ़ में रह रहा था। वह मूलरूप से हरियाणा के बहादुरगढ़ के टांडा हारी गांव का रहने वाला है। उस पर हत्या और अपहरण के कई मामले दर्ज हैं। उस पर हरियाणा पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
टीम ने दबोचा
स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि 30 जनवरी को अतुल के बारे में सूचना मिली कि वह मदनगीर इलाके में आने वाला है। सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर विक्रम दहिया के नेतृत्व में टीम गठित कर उसे दबोच लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वर्ष 2007 में पारिवारिक विवाद में उसके मामा, उसकी पत्नी और नाबालिग बेटे की हत्या मनोज और उसके परिवार ने की थी।
जमानत के बाद फिरौती के लिए किया अपहरण
बदला लेने के लिए अतुल ने अपने साथियों के साथ मनोज के साथ एक और व्यक्ति की हत्या कर दी। इस मामले में अतुल को 2008 में क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। जमानत पर रिहा होने के बाद 2008 में, उसने फिरौती के लिए गिन्नी नाम के व्यक्ति का अपहरण करके उसकी हत्या कर दी। 2011 में, उसने अपने पैतृक गांव के ग्राम प्रधान देवेंद्र सरपंच की हत्या कर दी थी।
सुबूत मिटाने के उद्देश्य से शव को जला
2013 में जमानत पर रिहा होने से पहले उसे फिर से गिरफ्तार किया गया था। अगस्त 2019 में उसने अपने मामा के बेटे अंकित का अपहरण करहरियाणा के कनौदा गांव में उसकी हत्या कर दी थी। सुबूत मिटाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के बागपत में उसके शव को जला दिया था। इस मामले के गवाहों को मुकरने के लिए वह डरा धमका रहा था। इस संबंध में हरियाणा के बहादुरगढ़ में सदर थाने में मामला दर्ज किया गया था। दिसंबर 2019 में अतुल ने बहादुरगढ़ के दबोदा गांव में अपने गांव के रहने वाले वीरपाल की हत्या कर दी थी। इसके बाद से वह फरार चल रहा था।