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Sharjeel Imam Sedition Case: ईमेल से सुराग की तलाश, मोबाइल से भी खुलेंगे कई सनसनीखेज राज

मोबाइल लेकर दिल्ली लौटी क्राइम ब्रांच की टीम ने लॉक खुलवाने के बाद जब उसकी जांच शुरू की तो फोन में कई वाट्सएप ग्रुप मिले हैं।

By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 03 Feb 2020 09:42 AM (IST)
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Sharjeel Imam Sedition Case: ईमेल से सुराग की तलाश, मोबाइल से भी खुलेंगे कई सनसनीखेज राज

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। चाणक्यपुरी स्थित इंटर स्टेट सेल के दफ्तर में क्राइम ब्रांच व स्पेशल सेल की टीम देशद्रोह के आरोपित जेएनयू के शोध छात्र शरजील इमाम से पिछले पांच दिनों से पूछताछ कर रही है। वसंतकुंज स्थित उसके किराए के घर से बरामद लैपटॉप व कंप्यूटर की भी जांच हो रही है। पता लगाया जा रहा है कि उसे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में धरना-प्रदर्शन आयोजित करने के लिए देश-विदेश से फंड तो नहीं मिल रहा था। उसके सभी ईमेल को पढ़ा जा रहा है। बैंक खातों की जांच की जा रही है।

डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश देव का कहना है कि शरजील पर देशद्रोह का आरोप है। इसलिए इससे संबंधित सुबूत जुटाए जा रहे हैं। सबसे पहले उसने 13 दिसंबर को जामिया में आयोजित धरने में देश विरोधी भाषण दिया था और समुदाय विशेष के छात्रों, युवाओं व स्थानीय लोगों को उकसाया था, जिससे लोग एकजुट हुए थे और शाहीन बाग में स्थायी रूप से धरना दिया जाने लगा। उसके बाद यह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय समेत देशभर में घूमकर सीएए के विरोध में होने वाले सभी धरने व रैलियों में भाग लेता रहा। इसलिए क्राइम ब्रांच शरजील द्वारा सभी जगहों पर दिए गए भाषणों का वीडियो एकत्र कर उसकी जांच कर रही है। इसके लैपटॉप, कंप्यूटर व मोबाइल की जांच कर पता लगाया जा रहा है कि 13 दिसंबर से कुछ दिन पहले व गिरफ्तार होने वाले दिन तक इसकी किन-किन लोगों से फोन, वाट्सएप कॉल, वाट्सएप चैटिंग व ईमेल के जरिए बात हुई थी। वे लोग कौन हैं, कहां के रहने वाले हैं, उनका प्रोफाइल क्या है। उन सभी से अभी पहले फोन से बात कर पता लगाया जा रहा है।

शरजील को बीते 28 जनवरी को क्राइम ब्रांच की टीम ने उसके बिहार के जहानाबाद स्थित काको गांव के पास से गिरफ्तार किया था। अगले दिन उसे दिल्ली लाकर पटियाला हाउस कोर्ट के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के साकेत कोर्ट कॉम्पलेक्स स्थित घर पर पेश कर पांच दिनों की रिमांड पर लिया गया था।

पीएफआइ से संबंधों की भी हो रही है जांच

पुलिस शरजील के पीएफआइ कनेक्शन को भी खंगाल रही है। उधर, स्पेशल सेल उसके विदेशों से फं¨डग व आतंकी कनेक्शन की पड़ताल कर रही है। दिल्ली में पीएफआइ के कालिंदीकुंज जी-78 में मुख्यालय है और शाहीन बाग धरना स्थल से महज 50 मीटर दूर एफ-13 में राज्य का मुख्य कार्यालय है। दोनों ऑफिस किराए के मकान में चल रहे हैं। इससे पहले पीएफआइ के तीन अन्य जगहों पर आफिस थे जो खाली कर दिए गए। पुलिस वहां भी नजर बनाए हुए है।

देशद्रोह का आरोपित शरजील इमाम का मोबाइल बरामद हो जाने के बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है। मोबाइल से कई और राज खुलने की उम्मीद बढ़ गई है।

शुक्रवार को मोबाइल लेकर दिल्ली लौटी क्राइम ब्रांच की टीम ने लॉक खुलवाने के बाद जब उसकी जांच शुरू की तो फोन में कई वाट्सएप ग्रुप मिले। ज्यादातर ग्रुपों में एक समुदाय विशेष के लोग जुड़े हुए हैं। कुछ ग्रुप छात्रों के मिले हैं। पुलिस सबसे पहले समुदाय विशेष से जुड़े ग्रुप की जांच कर चैटिंग को पढ़ रही है।

सूत्रों के मुताबिक शरजील के मोबाइल में काफी वीडियो क्लिप भी मिली हैं। जिसमें कुछ उसके खुद की वीडियो क्लिप हैं। जिनमें उसने भड़काऊ भाषण दिया था। पुलिस इसे अहम सुबूत मान रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो इस मोबाइल से काफी डाटा डिलीट कर दिया गया है जिसे टेक्नीकल एक्सपर्ट के जरिए रिकवर करने की कोशिश कर रही है।

शरजील बेहद शातिर है पूछताछ में यह पुलिस को बरगलाने की कोशिश करता है। यह सीएए को संविधान के मुताबिक गलत बता रहा है। इसके ज्यादातर चैट सीएए और एनआरसी के खिलाफ है। यह ग्रुपों में सीएए को गलत ठहराते हुए कई तरह के तर्क दिया है और लोगों को एकजुट होकर सीएए के खिलाफ सड़क पर उतरने के लिए कह रहा था। पुलिस शरजील के वाट्सएप ग्रुप से जुड़े लोगों की सूची तैयार कर रही है।

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