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उम्र से आगे निकले अरशद फरीदी, साइकिल का हैंडल थाम हासिल की महारत

असम के गुवाहाटी में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2020 की साइकिलिंग प्रतियोगिता में अरशद फरीदी ने दिल्ली के लिए स्वर्ण पदक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 09 Feb 2020 10:56 PM (IST)
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उम्र से आगे निकले अरशद फरीदी, साइकिल का हैंडल थाम हासिल की महारत
नई दिल्ली [पुष्पेंद्र कुमार]। कांति नगर इलाके में रहने वाले 16 वर्षीय अरशद फरीदी को बचपन से ही साइकिलिंग का शौक था। ऐसे में जब परिजनों का साथ मिला तो महज 12 साल की उम्र में ही उन्होंने साइकिल का हैंडल थाम इस क्षेत्र में महारत हासिल कर ली। आज उनका हुनर उनकी उम्र से कहीं आगे निकल गया है। हाल ही में असम के गुवाहाटी में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2020 की साइकिलिंग प्रतियोगिता में उन्होंने दिल्ली के लिए स्वर्ण पदक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।

बड़े भाई का रिकॉर्ड भी है वर्ल्‍ड रिकॉर्ड

इसके पूर्व महाराष्ट्र में आयोजित नेशनल गेम्स ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप 2019 व 2020 में उन्होंने दो स्वर्ण व एक कास्य पदक प्राप्त किया था। हाल ही में उनके बड़े भाई आफताब फरीदी ने भी सबसे तेज रफ्तार से दुनिया का चक्कर लगाने का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया है।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्था ने आफताब को आधिकारिक प्रमाणपत्र देकर उनके इस कीर्तिमान को मान्यता दी है। अरशद कहते हैं भविष्य में बड़े भाई के मार्गदर्शन में उनका रिकॉर्ड तोड़ वे नया रिकॉर्ड स्थापित करेंगे। अरशद के पिता पेशे से दर्जी हैं।

बड़े भाई का मिला साथ तो मिल गई कामयाबी

सफलता के लिए अरशद ने अपने बड़े भाई से प्रेरणा ली। उनकी नीतियों को अपना कर लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे। जिस तरह बड़े भाई ने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में आर्थिक तंगी को कभी आगे नहीं आने दिया, ठीक उसी तरह अरशद ने भी अपने मुकाम को पाने में आर्थिक हालात से समझौता नहीं किया। अरशद कहते हैं बड़े भैया ने काफी सहयोग किया।

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