Swine Flu in Delhi: दिल्ली में स्वाइन फ्लू का बढ़ा संक्रमण, यहां पढ़िए- बचाव के तरीके
Swine Flu in Delhi राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। 70 नए मामले सामने आए हैं। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Swine Flu in Delhi: राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। 70 नए मामले सामने आए हैं। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। सुप्रीम कोर्ट के छह जजों के इस बीमारी के चपेट में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अदालत परिसर में बुधवार को एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है। जिसमें विभाग के विशेषज्ञ स्वाइन फ्लू की बीमारी और उससे बचाव के तौर तरीकों के बारे में बताएंगे। साथ ही विभाग का कहना है कि अस्पतालों में स्वाइन फ्लू की पर्याप्त दवाएं व मास्क उपलब्ध है।
स्वास्थ्य विभाग का यह भी कहना है कि घबराने जैसी स्थिति नहीं है, क्योंकि इसके बहुत गंभीर मामले नहीं आ रहे हैं। दिल्ली में 16 फरवरी तक स्वाइन फ्लू के 152 मामलों की पुष्टि थी। अब यह मामले बढ़कर 222 हो गए हैं। इनमें से 36 बच्चे हैं। बुधवार को भी स्वाइन फ्लू के चार नए मामल आए हैं। वहीं राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की रिपोर्ट के अनुसार देश में स्वाइन फ्लू के 884 मामले आए हैं। तमिलनाडु व तेलंगाना के बाद सबसे ज्यादा मामले दिल्ली में देखे गए हैं। आरएमएल अस्पताल के अनुसार जनवरी से लेकर अब तक स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले 27 मरीज भर्ती हुए हैं। लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. किशोर सिंह ने कहा कि अस्पताल में स्वाइन फ्लू के कुछ मरीज पहुंच रहे हैं। अस्पताल में इलाज के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है।
बच्चों व बुजुर्गों का रखें ख्याल
डॉक्टर कहते हैं कि बच्चों व बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, इसलिए उनका विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए। अभी ठंडी चीजें खाने से भी परहेज करना चाहिए। यह देखा गया है कि मधुमेह, हृदय की बीमारी, अस्थमा व सांस की अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए यह बीमारी खतरनाक साबित होती है।
ऐसे बचें स्वाइन फ्लू से
- खांसी व छींक आने पर चेहरे को टिश्यू पेपर से ढंक कर रखें।
- किसी को खांसी सर्दी हो तो उसे दूरी बनाकर रखें।
- पानी का इस्तेमाल खूब करें।
- भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
- गले में खराश हो तो गर्म पानी से गरारे करें।
- सांस लेने में परेशानी होने पर भाप ले सकते हैं।
- सर्दी खांसी के साथ बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाएं।
न्यायाधीशों के स्वाइल फ्लू से संक्रमित होने के बाद एक्शन में स्वास्थ्य मंत्रलय
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के स्वाइन फ्लू से संक्रमित होने और मुख्य न्यायाधीश की बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय भी एक्शन में आ गया है। मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के पांच न्यायाधीश स्वाइन फ्लू की चपेट में हैं। यह एचवन एनवन वायरस के कारण होता है। सभी न्यायाधीशों के इलाज व्यवस्था की गई है। न्यायाधीशों के संपर्क में आने वाले उनके परिवार के सदस्यों सहित सभी का संक्रमण रोकने के लिए उपचार किया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि एचवन एनवन एक मौसमी संक्रमण है, जो आमतौर पर जनवरी से मार्च और जुलाई से सितंबर के बीच होता है।