Delhi Violence: दंगाइयों ने बरपाया कहर, वाहनों, मकानों और दुकानों के साथ स्कूलों को भी नहीं बख्शा
Delhi Violence मौजपुर से शुरू हुई हिंसा ने यमुना विहार भजनपुरा गोकलपुरी चांद बाग खजूरी बृजपुरी चमन नगर शिव विहार जाफराबाद मौजपुर घोंडा और गामड़ी में कहर बरपाया।
नई दिल्ली [ स्वदेश कुमार]। उत्तर पूर्वी जिले के कई इलाकों में पिछले चार दिनों से हो रही हिंसा अपने पीछे सिर्फ तबाही के मंजर और मातम के निशान छोड़ रही है। मौजपुर से रविवार को शुरू हुई हिंसा ने यमुना विहार, भजनपुरा, गोकलपुरी, चांद बाग, खजूरी, बृजपुरी, चमन नगर, शिव विहार, जाफराबाद, मौजपुर, घोंडा, नूर-ए-इलाही और गामड़ी में कहर बरपा दिया है। जिन लोगों की मौतें हुईं हैं, उनके घरों में मातम पसरा है। जिनके परिवार के लोग जख्मी हुए हैं, वे दहशत में हैं। इसके अलावा आगजनी और तोड़फोड़ कर करोड़ों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा चुका है।
वजीराबाद रोड पर जैसे ही गोकलपुरी फ्लाईओवर के पास पहुंचते हैं तो वहां टायर मार्केट में दर्जनों दुकानें जली हुईं नजर आती है। इनमें तोड़फोड़ भी नजर आता है। आगे बढ़ने पर यमुना विहार के बी-2 ब्लॉक के सर्विस लेन में सौ से ज्यादा वाहन जले हुए पड़े हैं। सामने चांद बाग में विक्टोरिया स्कूल की दो बसें जलकर अपनी जगह पर खड़ी हैं। दंगाइयों ने स्कूल में भी जमकर तोड़फोड़ की थी। भजनपुरा पेट्रोल फूंक आग में स्वाहा हो चुका है। इसके आगे कई दुकानें और उनके रखे सामान खाक हो चुके हैं। इनके बाहर भी दोपहिया वाहन और कारें जली हुईं लावारिस हाल में पड़ी हैं।
खजूरी से यूटर्न लेकर जैसे ही चांद बाग के लिए मुड़ते हैं तो धार्मिक स्थल, चिकन की दुकानें सब आग में स्वाहा में हैं। आगे खजूरी ई ब्लॉक के पास एक गली में 30 मकानों में आग लगी हुई। यहां एक फैक्ट्री को भी आग लगाई गई। इसमें भी धुआं निकलता हुआ नजर आया। इसी समय दमकल विभाग के वाहन भी इन पर काबू पाने की कोशिश में जुटे हुए थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां मंगलवार रात लोगों ने आग लगा दी थी। गली में वाहन नहीं घुस सकते थे। इस वजह से यहां आग पर पाने में देरी हो रही है। यहीं पर एक मोटरसाइकिल के शोरूम भी आग का दंश ङोल चुकी थी। इसमें रखी सभी नई मोटरसाइकिलें जली पड़ी थीं। शेरपुर चौक पर भी जहां-तहां खाक हो चुके वाहन नजर आ रहे थे।
शिव विहार तिराहे पर चमन पार्क और मुस्तफाबाद में भीषण तबाही नजर आ रही थी। यहां मंगलवार रात की हिंसा में दो पार्किंग स्थलों में खड़ी सौ से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले किया जा चुका था। दर्जनों दुकानें यहां भी जली पड़ी थीं। सड़क पर ठेले, ईरिक्शा भी जले-भुने पड़े हुए थे। इसके आगे तीन निजी स्कूलों के अंदर भी घुसकर दंगाइयों ने सब सामान जला दिए। यहां से चांद बाग होते हुए जैसे ही मौजपुर पहुंचते हैं तो यहां भी वहीं नजारा है। कई दुकानें या तो जली पड़ी हैं तो कुछ में तोड़फोड़ के साथ लूटपाट की जा चुकी है। जाफराबाद में जगह-जगह दंगे की गवाही टूटी दुकानें और मकानें दे रहे थे। घोंडा चौक पर एक बस के साथ पांच वाहन भी जले हुए पड़े हैं। ये मंजर दंगाइयों की क्रूरता बता रहे थे।