Heroes of Delhi Violence: दंगाइयों की भेंट चढ़ी शादी, जैसे-तैसे विदा की दुल्हन
Heroes of Delhi Violence आगजनी पथराव और मारपीट ने खुशियों के पूरे माहौल को गमगीन बना दिया। घर वालों ने बस किसी तरह दुल्हन को विदा भर कर दिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Heroes of Delhi Violence: आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद ताहिर हुसैन के ठीक बगल वाले मकान में कॉलोनी की बेटी शिवानी की शादी की तैयारियां की जा रही थीं। तरह-तरह के पकवान बनाए जा रहे थे जिससे कि बारातियों का स्वागत किया जा सके। लेकिन कुछ ही पल में वहां बर्बादी का मंजर हो गया। आगजनी, पथराव और मारपीट ने खुशियों के पूरे माहौल को गमगीन बना दिया। घर वालों ने बस किसी तरह दुल्हन को विदा भर कर दिया।
करावल नगर रोड पर ई ब्लॉक खजूरी खास में ताहिर हुसैन के घर के ठीक बगल में भाजपा के पूर्व निगम पार्षद महक सिंह का प्लॉट है। इस प्लॉट पर जहां 55 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था है वहीं इस प्लॉट के एक हिस्से में पहली मंजिल पर खाली जगह पड़ी है, जिनका विभिन्न कार्यों में इस्तेमाल हो सकता है। खजूरी में रहने वाले बालियान परिवार की बेटी शिवानी की 25 फरवरी को शादी थी। शादी समारोह डीएलएफ अंकुर विहार स्थित मैरिज होम में रखा गया था। लेकिन तरह-तरह खाना बनाने का कार्य बगल वाले प्लॉट स्थित समारोह स्थल पर किया जा रहा था। यह कार्य 22 फरवरी से ही चल रहा था। शिवानी की ताई मुनेश कहती हैं कि उसके पिता दिल्ली पुलिस में हैं।
24 फरवरी को यहां काम जोर शोर से चल रहा था क्योंकि उस दिन सगाई थी और अगले दिन बरात आने वाली थी। शाम के समय अचानक दंगाइयों ने हमला कर दिया। मुनेश ने बताया कि ताहिर हुसैन के घर से दंगाई छत पर आ गए और जहां खाना बन रहा था वहां पहुंच गए। कुछ दंगाइयों ने हुसैन की छत से उनकी तरफ पेट्रोल बम फेंके और इसी बीच कुछ लोगों ने मुख्य द्वार पर लगे शटर को तोड़ दिया और अंदर घुस गए। तीनों तरफ से हुए हमले ने सब कुछ बर्बाद करना शुरू कर दिया।
मौके पर मौजूद अनुज दत्त ने बताया कि पहले दंगाइयों ने धर्म विशेष के लोगों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की और इसके बाद गाड़ियों में आग लगा दी। जबकि दंगाइयों ने अपने धर्म के लोगों की गाड़ियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। इसके बाद दंगाइयों ने हलवाई को निशाना बनाना शुरू किया। मुनेश बताती हैं दंगाइयों ने यहां का काम देख रहे राजवीर यादव से 62 हजार रुपये लूट लिए। इसके बाद यहां मौजूद सभी लोगों की बुरी तरह से पिटाई की गई। शिवानी के भाई मनोज कुमार बताते हैं कि बरात बड़ौत से 25 फरवरी को आई। लेकिन बरातियों के स्वागत के लिए कुछ नहीं था, किसी तरह इधर-उधर की दुकानों से भोजन की व्यवस्था की गई और बारातियों को खिलाया गया और दुल्हन विदा की गई।