Delhi Violence: पीड़ितों ने LG से कहा हिंसा ने सब बर्बाद कर दिया, बैजल ने कहा डरने की जरूरत नहीं
Delhi Violence उपराज्यपाल अनिल बैजल आज उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर रहा हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन/ एएनआइ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ और समर्थन में हिंसक प्रदर्शन के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 43 हो गई है। जबकि कई घायलों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है। वहीं हिंसा प्रभावित इलाकों का दिल्ली के उपराज्यपाल (Delhi Lieutenant Governor) अनिल बैजल (Anil Baijal) दौरा कर रहे हैं। वह मौजपुर में स्थानीय लोगों से मिले और हालात की जानकारी ली।
उपराज्यपाल से पीड़ितों ने कहा उपद्रवियों ने उनका सब कुछ बर्बाद कर दिया। किस तरह लोगों ने उपद्रव मचाया उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। काश पुलिस ने वक़्त रहते कार्रवाई की होती तो इतना बड़ा बवाल न होता। लोगों ने कहा यहां वर्षों से लोग अमन चैन के साथ रहते आए हैं, कुछ लोगों ने अमन को आग लगा दी। उपराज्यपाल ने कहा कि पुलिस इलाको में मुस्तेद है, डरने की ज़रूरत नहीं है।
जानकारी के अनुसार, हिंसा प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है। चांद बाग इलाके में ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
एलजी बैजल ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर की समीक्षा बैठक
इससे पहले हिंसाग्रस्त इलाके में कानून व्यवस्था की स्थिति पर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बृहस्पतिवार को समीक्षा बैठक की थी। इसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। बैठक में उपराज्यपाल ने धारा 144 के निर्देशों को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया। वहीं एफआइआर दर्ज कर आरोपितों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई के साथ ही इलाके में पुलिसकर्मियों की पर्याप्त मौजूदगी और जानता में विश्वास बहाली के प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल ने हिंसा के पीडि़तों और उनके परिजनों को समय पर सहायता सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में हेल्प डेस्क व हेल्पलाइन स्थापित किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि हिंसा में शामिल घायलों को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए पेशेवर डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही दिल्ली नगर निगम प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई, जली हुई कारों, मलबा इत्यादि को हटाने का काम जल्द से जल्द पूरा करने को कहा। साथ ही इलाके में आवश्यक खाद्य पदार्थ की कमी न हो इसके लिए संबंधित एजेंसियां पर्याप्त संख्या में इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करें।
समीक्षा बैठक के दौरान उपराज्यपाल को यह सूचित किया गया कि प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षा बल 24 घंटे तैनात हैं। इलाके में विशेष पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था की देखरेख में कार्रवाई की जा रही है। तीन विशेष पुलिस आयुक्त, छह संयुक्त पुलिस आयुक्त, एक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सहित 22 डीसीपी, 20 एसीपी, 60 इंस्पेक्टर, 1200 पुलिसकर्मी और 200 महिला पुलिसकर्मी सहित अर्धसैनिक बल की 60 कंपनियों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। अब तक करीब 105 लोगों को हिरासत में लिया गया है। समाज के सभी स्तरों पर विश्वास बहाली के उपाय किए जा रहे हैं। इसके तहत क्षेत्र में गठित अमन समितियों के साथ बैठक आयोजित की जा रही है।